इंडिया-ए को साउथ अफ्रीका-ए के हाथों मिली हार
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। साउथ अफ्रीका-ए ने अपने बल्लेबाजों के दमदार खेल के दम पर इंडिया-ए के खिलाफ खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में पांच विकेट से शानदार जीत हासिल की। बेंगलुरु के बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में खेले गए इस मैच में साउथ अफ्रीका-ए को 417 रनों का टारगेट मिला था जो उसने पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया। ये \“ए\“ क्रिकेट के इतिहास में सबसे बड़ा रन चेज भी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
तीसरे दिन बिना किसी नुकसान के 25 रनों पर खेल समाप्त करने के बाद साउथ अफ्रीका ने चौथे दिन ऐसा प्रदर्शन किया जिसने भारतीय गेंदबाजों को हैरान कर दिया। जॉर्डन हर्मन (91), लेसेगो सेनोकवाने (77), टेम्बा बावुमा (59), जुबैर हम्जा (77) और कॉनर एस्टरहुइजन (नाबाद 52) ने मिलकर भारत की मजबूत गेंदबाजी को बेअसर कर दिया।
मेहमान बल्लेबाजों ने दिखाया दम
सीरीज 0-2 की हार से बचने के लिए साउथ अफ्रीका को आखिरी दिन 392 रन बनाने थे। हर्मन और सेनोकवाने की सलामी जोड़ी ने बेहतरीन संयम और क्लास दिखाई। दोनों ने 258 गेंदों में 156 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत की नींव दी। पहले सत्र में ही 27 ओवरों में 114 रन ठोककर उन्होंने भारत को सोचने पर मजबूर कर दिया।
लंच तक टीम का स्कोर बिना किसी नुकसान के 139 रन था। पिच पर तेज गेंदबाज़ों की धार कम हो चुकी थी, लेकिन साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों का धैर्य और शॉट चयन लाजवाब था। हर्मन ने आकाश दीप की गेंदों पर कुछ शानदार कवर ड्राइव खेले। 23 साल के इस युवा ने सीनियर टीम में जल्द जगह बनाने के संकेत दे दिए। दुर्भाग्यवश, लंच के बाद वे प्रसिद्ध कृष्णा को आसान कैच दे बैठे।
सेनोकवाने भी जल्द ही हार्ष दुबे की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। 197 रनों पर दो विकेट के स्कोर के चलते साउथ अफ्रीका थोड़ा झिझकता दिखा, लेकिन फिर कप्तान बावुमा और जुबैर हम्जा ने खेल को नए मोड़ पर पहुंचा दिया। दोनों ने 107 रन जोड़कर भारत पर दबाव बढ़ा दिया। हम्जा के ड्राइव और फ्लिक देखने लायक थे, वहीं बावुमा ने ठोस तकनीक से टीम को आगे बढ़ाया। मोहम्मद सिराज के उंगली पर चोट लगने के कारण एक घंटे तक मैदान से बाहर रहने का असर भारतीय गेंदबाजी पर साफ दिखा।
कृष्णा ने दिलाई राहत
हम्जा का विकेट प्रसिद्ध कृष्णा ने एक शानदार फुलर डिलीवरी पर चटका लिया, जबकि बावुमा को आकाश दीप ने साई सुदर्शन के हाथों कैच करवाया। बावुमा, जो पहली पारी में गोल्डन डक पर आउट हुए थे, इस बार अर्धशतक बनाकर फॉर्म में लौट आए। टेस्ट सीरीज से पहले उनके लिए यह आत्मविश्वास भरा संकेत है।
आखिरी सत्र में जब साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 65 रन चाहिए थे तब कॉनर एस्टरहुइज़न (नाबाद 52) और तियान वान वुरेन (20 नाबाद) ने संयम से खेलते हुए टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया। एस्टरहुइज़न ने सिर्फ 51 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया और दुबे व आकाश दीप की गेंदों पर जमकर प्रहार किए। |