वाल्मीकिनगर इंडो-नेपाल बार्डर पर सील के बाद पसरा सन्नाटा। जागरण
संवाद सूत्र, वाल्मीकिनगर। विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 11 नवंबर को होने वाले मतदान को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। वाल्मीकिनगर बॉर्डर को रविवार सुबह छह बजे से पूरी तरह सील कर दिया गया। इसके बाद गंडक बराज बॉर्डर से आम लोगों का आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सुरक्षा के मद्देनजर बॉर्डर पर सख्त निगरानी रखी जा रही है और एसएसबी के जवान चौकसी में जुटे हैं। बॉर्डर सील होने के बाद अब केवल नेपाल से आने वाले भारतीय नागरिकों और इलाज के लिए आने वाले गंभीर मरीजों को ही प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।
प्रवेश के लिए पहचान पत्र या वोटर कार्ड दिखाना अनिवार्य किया गया है। इसके बिना किसी को भी भारतीय सीमा क्षेत्र में आने की इजाजत नहीं दी जा रही। गंडक बराज के 36 नंबर फाटक पर एसएसबी के जवान हर वाहन और व्यक्ति की गहन जांच कर रहे हैं।
12 नवंबर की सुबह से बहाल होगा आवागमन
अधिकारियों के अनुसार, यह पाबंदी बुधवार 12 नवंबर की सुबह छह बजे तक लागू रहेगी। उसके बाद बॉर्डर से आवागमन पूर्ववत बहाल कर दिया जाएगा। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि चुनाव के दौरान किसी भी संदिग्ध गतिविधि को रोकने और शांति बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है।
नेपाल एपीएफ त्रिवेणी के इंस्पेक्टर कुल बहादुर खड़का ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए एसएसबी की ओर से बॉर्डर सील किए जाने की सूचना मिलने पर नेपाल की ओर से भी एहतियातन कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियां आपसी समन्वय बनाकर काम कर रही हैं ताकि सीमा क्षेत्र में कोई अप्रिय घटना न घटे।
बॉर्डर सील किए जाने के बाद से गंडक बराज के आसपास सन्नाटा पसरा हुआ है। स्थानीय लोग भी एहतियात बरत रहे हैं। प्रशासन का कहना है कि यह कदम जनता की सुरक्षा और शांतिपूर्ण चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है। |