चौखुटिया पुलिस ने फरीदाबाद से गिरोह के एक सदस्य को किया गिरफ्तार। प्रतीकात्मक
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा। तकनीक के बढ़ते दौर में अब ठगी के तरीके भी और चालाक हो गए हैं। चौखुटिया क्षेत्र में एक ऐसा ही मामला सामने आया, जिसने सभी को हैरान कर दिया। एक बुजुर्ग को वीडियो कॉल के जरिए “डिजिटल अरेस्ट” कर नकली थाने और कोर्ट का डर दिखाकर ठगों ने उनसे 24 लाख 79 हजार रुपये हड़प लिए। पुलिस ने इस गिरोह के एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सरकारी कर्मचारी बन की ठगी
बीते 7 मई 2025 को चौखुटिया के रघुनाथ सिंह नेगी को एक अंजान नंबर से वीडियो कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को सरकारी अधिकारी बताते हुए कहा कि उनके बैंक खाते से गलत लेनदेन हुआ है और वे मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में फंस गए हैं। ठगों ने उन्हें डराने के लिए नकली थाने और कोर्ट का वीडियो दिखाया और कहा कि अब उन्हें “डिजिटल अरेस्ट” किया गया है यानी वे घर से बाहर नहीं निकल सकते। डर के मारे बुजुर्ग ने उनके कहने पर अपने खाते से करीब 24 लाख 79 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए।
मोबाइल ट्रैकिंग से पकड़ में आया ठग
शिकायत मिलते ही एसएसपी अल्मोड़ा देवेन्द्र पींचा के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की। टीम ने साइबर ट्रैकिंग शुरू की। लगातार मेहनत के बाद बीते 8 नवंबर को हरियाणा के फरीदाबाद से 21 वर्षीय अक्षय कुमार, पुत्र रवि शंकर, निवासी इंदिरा आवास कॉलोनी भांकरी पाली को गिरफ्तार किया गया। पुलिस टीम: में उनि. सचेंद्र सिंह, दीपक जोशी, हरीश पांडे मौजूद थे।
डिजिटल अरेस्ट कुछ नहीं होता है। नागरिकों से अपील की कि किसी भी अनजान कॉल या वीडियो पर विश्वास न करें, और तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 या नजदीकी थाने में शिकायत करें। पुलिस जागरूकता अभियान चला रही है। - देवेंद्र पींचा, एसएसपी अल्मोड़ा |