deltin33 • 2025-11-9 15:36:42 • views 949
जागरण संवाददाता, उरई। फार्मर आइडी के बिना किसानों को खाद बीज तो मिलेगा ही नहीं बल्कि शासन द्वारा संचालित योजनाओं के लाभ से भी वंचित होना पड़ सकता है। सरकार ने किसानों के हित में फार्मर आइडी को अनिवार्य किया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसके लिए किसानों को जागरूक भी किया जा रहा है लेकिन इसके बाद भी किसान फार्मर रजिस्ट्री कराने में हीलाहवाली कर रहे हैं। जनपद में अभी भी 1 लाख 40 हजार किसानों ने फार्मर रजिस्ट्री नहीं कराई है।
जिले में छोटे बड़े मिलाकर कुल 2 लाख 64 हजार किसान हैं। इनको शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ लगातार मिलता रहे और किसान किसी भी तरह की धोखाधड़ी से बच सकें इसके लिए सरकार ने फार्मर रजिस्ट्री की अनिवार्यता की है।
साथ ही फार्मर आइडी बनवाने के लिए भी कहा गया है। इसके लिए जिला प्रशासन ने कृषि विभाग को सख्त निर्देश दिए हैं। कृषि महकमा लगातार किसानों को जागरूक कर रहा है। इसके बाद भी कुल 1 लाख 24 हजार किसानों ने फार्मर रजिस्ट्री कराई है। एक लाख 40 हजार किसान अभी भी हीलाहवाली कर रहे हैं।
इस स्थिति में फार्मर आइडी के बिना इनको खाद बीज तो मिलेगा ही नहीं बल्कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, मुख्यमंत्री सम्मान निधि, कृषि यंत्रों पर मिलने वाला अनुदान सहित कई योजनाओं से वंचित होना पड़ सकता है।
कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों का आह्वान किया है कि वे जल्दी से जल्दी फार्मर रजिस्ट्री करवाकर नजदीक के लोकवाणी केंद्र से फार्मर आइडी बनवा लें ताकि उनको सुचारू रूप से शासन द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ मिलता रहे।
उप कृषि निदेशक सुशील कुमार उत्तम ने बताया कि किसानों को लगातार जागरूक किया जा रहा है ताकि वे फार्मर रजिस्ट्री करवा कर अपनी आइडी बनवा लें। जिससे उनको सम्मान निधि कि किश्तें निर्बाध रूप से मिलती रहें और अन्य योजनाओं का लाभ भी मिल सके। |
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