भोपाल के बाद अब सीहोर में बना 90 डिग्री की तरह कर्व ब्रिज, जिम्मेदारों की अनदेखी; डिजाइन में कई खामियां

LHC0088 2025-11-9 08:06:19 views 1246
  

भोपाल के बाद अब सीहोर में बना 90 डिग्री की तरह कर्व ब्रिज (फोटो- जेएनएन)



जेएनएन, सीहोर। शहर के बीच से निकलने वाले पुराने इंदौर-भोपाल स्टेट हाईवे पर हाउसिंग बोर्ड कालोनी के पास स्थित रेलवे गेट क्रमांक 104 पर ओवर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन यहां ब्रिज निर्माण की खामियों को लेकर विरोध बढ़ता ही जा रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

जब ड्रोन कैमरे से इस अधूरे ब्रिज की फोटो कराई गई भोपाल की तरह सीहोर में भी 90 डिग्री एंगल वाले कर्व की तस्वीर सामने आ रही है। जबकि लोगों का कहना है कि इस ब्रिज की डिजाइन बदली गई है। इसको लेकर वह हाई कोर्ट से पहले मानव अधिकार आयोग व लोकायुक्त से शिकायत कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग करेंगे।
28 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा ब्रिज

जानकारी के अनुसार हाउसिंग बोर्ड के पास 28 करोड़ रुपये की लागत से रेलवे ओवर ब्रिज बनाया जा रहा है। यह ओवर ब्रिज 700 मीटर लंबा, 15 मीटर चौड़ा बन रहा है। इसके 24 पिलर तैयार हो रहे हैं।

दस मीटर ट्रैक के ऊपर 7.30 मीटर ऊंचाई तय की गई है, लेकिन मनमाने तरीके से शुरू किए गए निर्माण से कई तकनीकि खामियां इसके निर्माण से पूर्व ही सामने आने लगी थी, जिसको लेकर रहवासियों द्वारा शुरू से ही विरोध किया जा रहा है।
दोनों तरफ एप्रोच रोड नहीं बनाई जा रही है

मनमानी का आलम यह है कि पुराना इंदौर-भोपाल हाईवे होने से बड़ी संख्या में यहां से वाहन चालक निकलते है, वहीं हाउसिंगबोर्ड, शीतल विहार आबादी के साथ ही यहां बड़े स्कूल व कॉलेज होने से हजारों बच्चे वाहन से निकलते है, लेकिन दोनों तरफ एप्रोच रोड नहीं बनाई जा रही है।

अधिकारियों ने पहले से कोई योजना नहीं बनाई और अब लोगों को असुरक्षित और अमानक रास्ते का उपयोग करने पर मजबूर किया जा रहा है। यही कारण है कि अब दोनों तरफ एप्रोच रोड की मांग को लेकर तरह-तरह से विरोध के बाद अब सुनवाई नहीं होने पर शिकायत कर कार्रवाई की मांग करेगी। इसके बाद भी मांग पूरी नहीं हुई तो हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी।
जिम्मेदारों की अनदेखी, डिजाइन में खामियां

यह ओवरब्रिज भोपाल की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग पर हाउसिंग बोर्ड रेलवे फाटक के पास बनाया जा रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि ब्रिज का डिजाइन बनाते समय अधिकारियों ने बड़ी लापरवाही बरती। उन्होंने इस बात का ध्यान नहीं रखा कि जहां ब्रिज नीचे उतरेगा, वहां निजी भूमि आएगी, जिससे मजबूरन ब्रिज को मोड़ना पड़ा और केवल एक तरफ सर्विस रोड देनी पड़ी।
यह शायद देश का पहला ऐसा अनोखा ओवरब्रिज होगा

जिला कांग्रेस परिवार और स्थानीय निवासियों ने कई बार मीडिया, सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया के माध्यम से जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया है, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकला है। निवासियों के अनुसार यह शायद देश का पहला ऐसा अनोखा ओवरब्रिज होगा, जिसमें एक तरफ लहराता हुआ ब्रिज और सिर्फ एक ओर सर्विस रोड होगी।
like (0)
LHC0088Forum Veteran

Post a reply

loginto write comments

Get jili slot free 100 online Gambling and more profitable chanced casino at www.deltin51.com