कुछ ही वर्षों के अंतराल पर दूसरी बेटी ने छोड़ा साथ, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़।
जागरण संवाददाता, रायबरेली। गुरुग्राम में हुए सड़क हादसे में जनपद के प्रधान न्यायाधीश प्रथम (पारिवारिक न्यायालय) चंद्रमणि मिश्र की सबसे छोटी बेटी प्रतिष्ठा की मौत की खबर जैसे ही परिवारजन को हुई] कोहराम मच गया।
परिवारजन की चीत्कार सुन लोगों की आंखें भर आईं। किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि आखिर अचानक यह क्या हो गया? जिसने भी सुना यही कहा कि प्रतिष्ठा के पिता चंद्रमणि मिश्र और मां पर दुखों पर पहाड़ टूट पड़ा। खबर सुनते ही प्रतिष्ठा के माता-पिता अचेत हाेकर गिर पड़े। आस पड़ोस के लोगों ने किसी तरह उन्हें संभाला। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
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परिवार के करीबी राजेश वाजपेयी के मुताबिक कोरोना काल में प्रतिष्ठा से बड़ी व दूसरी नंबर की बहन श्वेता की मृत्यु हो गई थी। उस सदमे से अभी तक माता पिता उबर भी न सके थे कि सड़क हादसे में प्रतिष्ठा की मृत्यु का दुखद समाचार आया।
न्यायाधीश चंद्रमणि मिश्र जौनपुर के बदलापुर के रहने वाले हैं। बताया जा रहा है कि 25 वर्षीय प्रतिष्ठा ने केंद्रीय विद्यालय गोरा बाजार से स्कूली शिक्षा हासिल की और उसके बाद बाहर पढ़ने चली गई। वह दिल्ली में ला की पढ़ाई कर रही थीं।
न्यायाधीश चंद्रमणि मिश्र के पुत्र अभिषेक निजी कंपनी में बाहर कार्यरत हैं, जबकि सबसे बड़ी बेटी रिंकी कानपुर में रहती हैं। बताया जा रहा कि बेटा अभिषेक, प्रतिष्ठा का पार्थिव शरीर लेकर देर रात तक रायबरेली पहुंचेंगे, जहां रविवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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