पटना में आवारा कुत्तों को पकड़ने की विशेष व्यवस्था। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, पटना। गली-मोहल्ले में मंडराते कुत्तों को देखकर बच्चे और महिलाएं भयभीत हो जाती हैं। आए दिन कुत्तों के काटने की खबरें आती हैं। सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबीज सूई लगवानेवालों की संख्या बताती है कि कितने लोग इनका शिकार होते हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अब पटना नगर निगम ने आमजन की सुरक्षा को देखते हुए आवारा कुत्तों की समस्या से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से ठोस कदम उठाए हैं। अब नागरिकों को अपने क्षेत्र में यदि कोई आवारा स्वान दिखाई दे, तो निगम के हेल्पलाइन नंबर-0621-2200634, टॉल फ्री नंबर-155304 पर सूचना देकर तुरंत सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
नगर आयुक्त यशपाल मीणा के निर्देश पर नगर निगम ने सभी 75 वार्डों में आवारा कुत्तों के एंटी-रेबीज टीकाकरण, नसबंदी और कृमिनाशक दवा के लिए एक सुव्यवस्थित कार्ययोजना लागू की है। इस कार्य के निष्पादन के लिए एक विशेष एजेंसी का चयन किया गया है।
टीम में प्रशिक्षित चिकित्सक एवं कर्मी, आधुनिक उपकरण एवं विशेष वाहन की व्यवस्था की गई है, जो नियमित रूप से इस अभियान में सक्रिय हैं।
चयनित एजेंसी को प्रतिदिन कम से कम 40 स्वान को पकड़ने का लक्ष्य दिया गया है। पकड़े गए स्वान को नगर निगम के समर्पित पशु चिकित्सालय में लाया जाता है।
पशु चिकित्सालय में ऐसे कुत्तों का एंटी-रेबीज़ टीकाकरण, नसबंदी, कृमिनाशक दवा एवं उपचार कर सुरक्षित स्थान पर रखा जाता है।बीमार स्वान के लिए विशेष चिकित्सा व्यवस्था भी वहीं उपलब्ध है।
वर्ष 2023 से 2025 के बीच, इस अभियान के तहत अब तक लगभग 8,000 स्वान की नसबंदी की जा चुकी है जिससे शहर में आवारा स्वान की जनसंख्या नियंत्रण में लाने में उल्लेखनीय सफलता मिली है।
नगर निगम का यह प्रयास आगे भी निरंतर जारी रहेगा, ताकि शहरवासियों को एक सुरक्षित और स्वच्छ परिवेश मिल सके। पटना नगर निगम ने अपील की है कि आवारा कुत्ते दिखें तो नगर निगम के हेल्पलाइन एवं टोल फ्री नंबर पर कॉल करें। |