लोनी में रैली निकालते किसान। जागरण
संवाद सहयोगी, लोनी। भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने मंडोला धरनारत सैकड़ो किसानों के साथ सोमवार को लोनी तहसील कार्यालय की तालाबंदी की और अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। इससे पूर्व किसान आवास विकास कार्यालय की तालाबंदी कर धरना स्थल से पैदल चलकर लोनी तहसील पहुंचे थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
लोनी तहसील प्रांगण में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे किसान नेता नीरज त्यागी ने बताया कि आवास विकास मंडोला विहार योजना से प्रभावित मंडोला, नानू, अगरौला, नवादा, मीरपुर हिंदू, पचायरा समेत अन्य गांव के किसान अपनी मांग को लेकर कई वर्षों से धराना व सत्याग्रह आंदोलन करते चले आ रहे हैं। लेकिन शासन व प्रशासन ने आश्वासन देने के बाद भी आज तक पीड़ित किसानों की नही सुनी।
सोमवार दोपहर आवास विकास कार्यालय में तालाबंदी कर पूर्व तय किये गये समयानुसार सत्याग्रह आंदोलन स्थल से पैदल मार्च करते हुए लोनी तहसील पहुंचे। लेकिन तहसील में लोनी उपजिलाधिकारी कार्यालय में न मिलने पर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा और तहसील गेट व कार्यालयों की तालेबंदी कर तहसील प्रांगण में धरने पर बैठ गए।
किसानों को कोई जनसुविधा नहीं
धरने पर बैठे किसानों ने कहा कि अब आरपार की बारी है। किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि धरने पर बैठे किसानों के लिए अधिकारियों ने किसी तरह की सुविधा उपलब्ध नही कराई है। किसान को किसी तरह की प्रकाश व्यवस्था, पीने का पानी, या खुले आसमान में बैठे किसानों के लिए कोई छाया का प्रबंध नही किया है। किसानों का कहना है कि जब किसानों को शौच जाना है तो कहां जायेंगे।
असुविधा के कारण मजबूर होकर किसान शौच भी तहसील प्रांगण में करेंगे। भूखे प्यासे सभी किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे। इस दौरान बिल्लू प्रधान, प्रवीण मालिक, टीनू चौधरी, सुनील बालियान, शमशेर राणा, मनवीर प्रधान, मंडोला धरने के संयोजक महेंद्र सिंह त्यागी समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे। |