संवाद सहयोगी, राठ। पुत्री के जन्मदिन पर केक कटने के पहले पिता ने खुद को कमरे में बंदकर फंदा लगाकर जान दे दी। स्वजन ने जब शव फंदे पर लटकता देखा तो उनके होश उड़ गए और खुशी वाले घर में मातम छा गया। स्वजन ने घटना की सूचना पुलिस को भी नही दी और बिना पोस्टमार्टम के ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
कस्बे के सिकंदरपुरा मोहल्ला निवासी सुरेंद्र श्रीवास ने बताया कि उसके दो पुत्र संदीप व सुनील थे। बीते 26 फरवरी को छोटे पुत्र ने पत्नी से कहासुनी हो जाने पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बुधवार को 35 वर्षीय बड़े पुत्र संदीप की आठ वर्षीय पुत्री वैष्णवी का जन्मदिन था। शाम को संदीप शराब पीकर घर आया था। जिस पर स्वजन ने उसे कमरे में सो जाने के लिए कहा।  
पंखे से लटकर दी जान  
 
जिस पर वह कमरे में चला गया और तभी युवक ने कमरा बंद करके गमछा से पंखे पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। रात करीब साढ़े आठ बजे नातिन के जन्मदिन का केक कटने के बाद जब संदीप को खाना खाने के लिए उठाया तो उसे फंदे पर झूलता देख स्वजन के होश उड़ गए। स्वजन आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।  
 
मृतक अपने पीछे दो पुत्रियां वैष्णवी, पलक को छोड़ गया है। पति की मौत पर पत्नी पूनम व मां संतोषी का रो-रोकर बेहाल है। मृतक कस्बे में चाउमीन का ठेला लगाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। कोतवाल अमित सिंह ने बताया कि उन्हें किसी ने सूचना नहीं दी है। घटना के संबंध में जानकारी की जाएगी। |   
                
                                                    
                                                                
        
 
    
                                     
 
 
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