मुंबई। तनिष्क सोने की चढ़ती कीमों के बीच ग्राहकों को आभूषण बदलकर उनकी रीसाइक्लिंग के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। नवरात्र से शुरू की गई इस मुहिम को ग्राहकों का अच्छा समर्थन मिल रहा है।
कंपनी के सीईओ अजोय चावला कंपनी की इस मुहिम को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के \“मेड इन इंडिया\“ आह्वान से जोड़ते हुए कहते हैं कि भारत में हर साल करीब 750 टन सोना आयात किया जाता है। जिसका भुगतान देश को विदेशी मुद्रा चुकाकर करना पड़ता है। करीब 25,000 टन सोना भारत के घरों, मंदिरों या प्राइवेट लाकर्स में पड़ा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अगर इस सोने को रीसाइकल करके नए आभूषण बनाए जाएं तो एक तरफ ग्राहकों को बिना किसी अतिरिक्त खर्च के नई डिजाइन एवं नए फैशन के आभूषण मिलेंगे, तो दूसरी ओर देश को सोने का आयात भी कम करना पड़ेगा। चावला के अनुसार पिछले छह साल में सोने की कीमतों में तीन गुना बढ़ोतरी हुई है। पिछले बीस वर्ष में यह बढ़ोतरी 10 से 12 गुना तक हुई है।
तनिष्क घरों में मौजूद इन्हीं आभूषणों को नए में बदलना चाहता है। इसके लिए उसने शून्य प्रतिशत पर आभूषणों के एक्सचेंज का आफर निकाला है। चावला कहते हैं कि आभूषण नौ कैरेट का हो या 24 कैरेट का, तनिष्क अपने ग्राहकों से कोई अतिरिक्त शुल्क लिए बिना उन्हें उसी कैरेट एवं उसी वजन के आभूषण नई डिजाइन में दे रहा है।
यह आफर उन आभूषणों पर भी लागू हैं, जो पहले तनिष्क से नहीं खरीदे गए हैं। ग्राहक चाहें तो वे उसी कीमत के सिक्के भी खरीद सकते हैं। अपने इस आफर के समर्थन में भावनात्मक अपील के लिए तनिष्क ने क्रिकेट स्टार सचिन तेंदुलकर से विज्ञापन कराने की भी शुरुआत की है, जो यह कहते नजर आते हैं कि \“देश के हित में अपना सोना एक्सचेंज कीजिए।
जब चावला से यह पूछा गया कि तनिष्क को इस आफर से क्या फायदा होगा? इसका उत्तर देते हुए वे कहते हैं कि इससे हमारे ग्राहकों की संख्या बढ़ेगी। जैसे शेयर बाजार में लोग कीमतें चढ़ने पर अपने शेयर बेचकर प्राफिट बुकिंग करते हैं, वैसे ही वे सोना रीसाइकल करके प्राफिट बुक कर सकते हैं। |