सीवर लाइन डालने के लिए एक वर्ष पहले अर्थमूवर से उखाड़ा गया मिल्क प्लांट रोड जर्जर हालत में। जागरण
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़। मिल्क प्लांट सीमेंटेड रोड थी उसे एक वर्ष पहले नगर निगम ने सीवर लाइन बदलने के लिए अर्थमूवर से तोड़ा था। यह काम सात महीने पहले पूरा हो चुका है।
सड़क पर नालियां ओवरफ्लो होकर जलभराव का कारण बन रही हैं, जिससे दलदल की स्थिति बनी हुई है और रोड पर निकलना मुश्किल हो रहा है। निगम के अधिकारी नियमित यहां से निकलते रहते हैं, लेकिन अभी तक किसी ने भी इसे बनवाने की जहमत नहीं उठाई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
प्लांट के अलावा ये महत्वपूर्ण
मिल्क प्लांट रोड पर सहकारिता विभाग का वीटा दूध प्लांट है। प्लांट होने के कारण यहां पर रोजाना सैंकड़ों किसानों और वाहनों का आवागमन होता है। रोड पर अग्रवाल कॉलेज, डीएवी पब्लिक स्कूल, रावल इंटरनेशनल स्कूल, आर्य विद्या मंदिर पब्लिक स्कूल, गंगोत्री पब्लिक स्कूल पड़ते हैं।
इन शिक्षण संस्थानों में हजारों की संख्या में छात्र पढ़ने और शिक्षक पढ़ाने आते हैं। यह सेक्टर-दो में आने-जाने के लिए मुख्य मार्ग है। यह मार्ग मेन बाजार को ऊंचा गांव से जोड़ता है। जलभराव और कीचड़ होने से कपड़े खराब हो जाते हैं। इस रोड को बनाने की तरफ नगर निगम कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
मिल्क प्लांट रोड शहर के लिए सबसे महत्वपूर्ण मार्गों में से एक है। यह आधा सीमेंटेड बना हुआ है और आधा उखड़ा हुआ है। स्कूलों में छोटे बच्चे आटो में बैठ कर आते हैं। असंतुलित होने से आटो पलट सकता है और दुर्घटना घट सकती है। -
-संजय यादव
मिल्क प्लांट रोड पर वीटा के बड़े-बड़े टैंकर दूध लेकर आते और जाते हैं। रोड उबड़-खबाड़ होने के कारण किसी दिन दूध से भरा वाहन पलट सकता है और कोई दुर्घटना घट सकती है। किसी की जान भी जा सकती है। -
-मनीष शर्मा
मिल्क प्लांट रोड पर आर्य नगर, भीमसेन कॉलोनी, भाटिया कालोनी, अहीरवाड़ा, कुंदन कालोनी, राव कालोनी पड़ती हैं। इन कालोनियों के लोग यहां से नियमित निकलते हैं। इन लोगों को आवागमन में खासी परेशानी हो रही है। -
-श्याम गर्ग
नगर निगम प्रशासन पूरी तरह से लापरवाह हो चुका है। किसी भी समस्या को लेकर लोग कहते हैं तो यह एक बार में सुनता ही नहीं। जब किसी समस्या को लेकर लगातार शिकायत करें तो सुनवाई होती है। -
-नरेंद्र शर्मा
मिल्क प्लांट रोड को सीमेंटेड बनाने का एस्टिमेट बनाकर फाइल निगमायुक्त के पास भेजी हुई है। जल्दी ही फाइल को मंजूरी मिल जाएगी। जैसे ही फाइल मंजूर होकर आएगी, उसे तुरंत टेंडर में लगा दिया जाएगा। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा। -
-हरीश कुमार, कार्यकारी अभियंता नगर निगम जोन बल्लभगढ़ |