गणेश पांडे, चंपावत। उत्तराखंड में इस बार सर्दी ने सामान्य समय से तीन सप्ताह पहले दस्तक दी है। वर्षा के साथ उच्च हिमालयी क्षेत्र में हुए हिमपात की वजह से 10 अक्टूबर से पहले ही तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस तक नीचे पहुंच गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गुरुवार को मुक्तेश्वर का न्यूनतम तापमान 8.0 डिग्री रहा था। शुक्रवार को पंतनगर में इस मौसम पहली बार पारा 17 डिग्री पर आ गया। ठंड से पर्वतीय क्षेत्र में गरम कपड़े निकल आए हैं।
आमतौर पर पश्चिमी हिमालय की पहाड़ियों पर अक्टूबर अंत या नवंबर शुरुआत में पहला हिमपात होता है। इस बार अक्टूबर पहले सप्ताह में ही पिथौरागढ़ जिले के आदि कैलास, ओम पर्वत के अलावा कुटी गांव समेत चमोली व उत्तरकाशी जिलों के ऊंचाई वाले हिस्सों में अच्छा हिमपात हुआ है।
प्रकृति ने भगवान केदार का भी शृंगार किया है। शीतकाल के लिए केदारनाथ के कपाट 23 अक्टूबर को बंद होने हैं। अक्टूबर पहले सप्ताह प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा होती रही। सामान्य समय से पहले वर्षा व अच्छे हिमपात के लिए दो मौसमी प्रणाली जिम्मेदार रही। उत्तर पाकिस्तान व आसपास के क्षेत्रों पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ व हरियाणा के ऊपर बने चक्रवाती परिसंचरण की वजह से उत्तराखंड में वर्षा व हिमपात हुआ।
साथ ही अरब सागर व बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवाओं ने पश्चिमी हिमालय में मौसमी गतिविधियों को अधिक तेज किया। इससे उत्तरी मैदानी क्षेत्रों तक गरज-चमक के साथ वर्षा देखी गई। आगे दिवाली व उससे आसपास तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। दिन में अच्छी धूप रहेगी लेकिन शाम में मौसम सर्द बना रहेगा।
अक्टूबर अंत में फिर बदलेगा मौसम
अक्टूबर तीसरे सप्ताह पश्चिमी विक्षोभ हिमालयी क्षेत्रों की ओर बढ़ने लगते हैं। दिवाली व भैयादूज के बाद प्रदेश में वर्षा व हिमपात की गतिविधियां फिर से तेज हो जाएंगी। पश्चिमी विक्षोभ आने का सिलसिला मध्य मार्च तक चलता है।
मुक्तेश्वर में पिछले वर्ष से ठंडा अक्टूबर
नौ अक्टूबर को पंतनगर का अधिकतम पारा सामान्य से दो डिग्री कम होकर 29.8 डिग्री सेल्सियस रहा। मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन व न्यूनतम दो डिग्री नीचे रहकर क्रमश: 17.1 व 8.0 डिग्री रहा। 2024 में मुक्तेश्वर में सबसे कम 8.5 डिग्री तापमान 20 अक्टूबर को रहा था। गुरुवार को देहरादून का अधिकतम पारा सामान्य से चार डिग्री कम होकर 25.5 रहा। बागेश्वर में 11 डिग्री, पिथौरागढ़ व चंपावत में 12 डिग्री तक तापमान पहुंचने लगा है।
इस बार समय से पहले पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से हिमपात देखने को मिला। पश्चिमी विक्षोभ पूर्व की ओर खिसक गया है। दिवाली तक मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। इस बीच पर्वतीय क्षेत्र में दिन के समय गुनगुनी धूप व शाम को गुलाबी ठंड का आनंद ले सकते हैं।
-डा. चंद्र सिंह तोमर, निदेशक, मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून |