जागरण संवाददाता, लखनऊ: जालसाज ने खुद को पुलिस विभाग में आइजी (महानिरीक्षक) बता महिला से दोस्ती की। इसके बाद बेटी के आधार कार्ड में पिता की जगह अपना नाम डलवा दिया। कुछ दिन बाद महिला को ब्लैकमेल भी किया। पीड़िता ने कोर्ट के आदेश पर मड़ियांव थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
फैजुल्लागंज निवासी महिला के मुताबिक वह किसी काम के लिए पुलिस रेडियो कालोनी गई थी, जहां बरेली के मिथिलापुर निवासी चंद्रपाल से मुलाकात हुई। चंद्रपाल ने खुद को आइजी बताते हुए काम कराने का झांसा दिया। परिचय बढ़ने पर उसने महिला के घर आना-जाना शुरू कर दिया।
कुछ दिन बाद महिला को पता चला कि वह आइजी नहीं है और लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगता है। उसके खिलाफ कई मामले विभिन्न राज्यों में दर्ज हैं। इस पर महिला ने बातचीत करनी बंद कर दी। एक दिन चंद्रपाल ने महिला की बेटी का आधार कार्ड दिखाया जिसमें उसके पिता की जगह जालसाज का नाम लिखा था।
इसी के आधार पर चंद्रपाल ने बदनाम करने और फर्जी केस में फंसाने का झांसा दिया। कुछ दिन बाद ब्लैकमेल कर धमकी भी दी। इस पर महिला ने थाने में शिकायत दी। आरोप है कि कार्रवाई नहीं हुई तो कोर्ट में गुहार लगाई। कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया। इंस्पेक्टर शिवानंद मिश्रा के मुताबिक, छानबीन कर साक्ष्य एकत्रित किए जा रहे हैं। |