दूसरे टेस्ट मैच के दौरान भारतीय और कैरेबियाई खिलाड़ी। फोटो- PTI
नई दिल्ली, जागरण। वेस्टइंडीज के सहायक कोच और पूर्व कप्तान फ्लॉयड रीफर ने कहा भारत के खिलाफ दूसरे और अंतिम टेस्ट के पहले दिन उनकी टीम के लिए अरुण जेटली स्टेडियम में खेलना बेहद कठिन साबित हुआ। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों ने मेहनत की, लेकिन भारत के बल्लेबाजों, खासकर यशस्वी जयसवाल की शानदार बल्लेबाजी के सामने कैरेबियाई गेंदबाजों को सफलता नहीं मिली। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
रीफर ने कहा यह निश्चित रूप से मुश्किल दिन था। भारत में खेलना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है। जयसवाल ने बहुत अच्छी बल्लेबाजी की और पूरे दिन क्रीज पर डटे रहे। ऐसे मैचों में हमारे गेंदबाजों के लिए सीखने का अवसर होता है कि लंबी लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी कैसे की जाए। उन्होंने उम्मीद जताई कि टीम दूसरे दिन नए गेंद से वापसी कर सकती है।
वेस्टइंडीज का बेहतरीन ओवर रेट
धीमी और समतल कोटला पिच पर वेस्टइंडीज ने कुछ ओवरों में अनुशासन दिखाया, पूरे दिन कोई एक्स्ट्रा रन नहीं दिया और बेहतरीन ओवर रेट बनाए रखा। लेकिन 90 ओवरों में सिर्फ स्पिनर जोमेल वॉरिकन को ही विकेट मिले। वॉरिकन ने केएल राहुल और साई सुदर्शन को आउट किया।
रीफर ने कहा पिच अच्छी थी और पहले दिन ज्यादा स्पिन नहीं मिल रही थी। शायद तीसरे दिन के बाद गेंद ज्यादा टर्न ले। हमें लगातार सही लाइन और लेंथ पर बने रहना होगा और विकेट लेने वाली गेंदें तैयार करनी होंगी।
बहुत फायदेमंद
अल्जारी जोसेफ और शमार जोसेफ की गैरहाजिरी में युवा तेज गेंदबाज जेडन सील्स ने जिम्मेदारी संभाली। रीफर ने कहा यह उसका भारत में पहला टेस्ट दौरा है। उसने अच्छी गेंदबाजी की और यह अनुभव उसके करियर के लिए बहुत फायदेमंद रहेगा।
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