गोल्ड ईटीएफ का एसेट अंडर मैनेजमेंट (Gold ETF AUM) रिकॉर्ड 10 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है।
नई दिल्ली। गोल्ड ईटीएफ सोने में निवेश का खास तरीका है, जो भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। सोने की कीमतें जहां लगातार बढ़ रही है वहीं दूसरी ओर गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेड फंड (Gold ETF) में भी निवेश लगातार बढ़ रहा है। गोल्ड ईटीएफ में सितंबर में सबसे अधिक मासिक निवेश हुआ, जिससे गोल्ड ईटीएफ का एसेट अंडर मैनेजमेंट (Gold ETF AUM) रिकॉर्ड 10 बिलियन डॉलर (88000 करोड़ रुपये) तक पहुंच गया है। इसकी एक बड़ी वजह शेयर बाजार में जारी कमजोरी भी रही है जिसके कारण निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ की ओर रुख किया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
क्या होता है Gold ETF
गोल्ड ईटीएफ (गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड) एक प्रकार का इन्वेस्टमेंट फंड है जो सोने की कीमतों पर आधारित होता है। खास बात है कि इसे शेयर बाजार में शेयरों की तरह खरीदा और बेचा जाता है। यह फिजिकल गोल्ड को रखने के झंझट से बचाता है, ऐसे में खोने या चोरी होने का डर नहीं रहता है। गोल्ड ईटीएफ की कीमतें , सोने की कीमतों के आधार पर घटती-बढ़ती रहती हैं। खास बात है कि गोल्ड ईटीएफ में एक तरह से किस्तों में सोने में निवेश की सुविधा मिल जाती है।
तेजी से बढ़ी गोल्ड ईटीएफ की मांग
सोने की बढ़ती कीमतों के बीच शहरी निवेशक तेज़ी से गोल्ड ईटीएफ की ओर रुख कर रहे हैं। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में गोल्ड ईटीएफ में 902 मिलियन डॉलर या 7.3 टन का निवेश दर्ज किया गया, जिससे कुल होल्डिंग रिकॉर्ड 77.3 टन हो गई।
इस साल अब तक भारत में गोल्ड ईटीएफ में रिकॉर्ड 2.18 अरब डॉलर का निवेश हुआ है, जो पिछले सभी वार्षिक आंकड़ों को पार कर गया है। 2024 में यह निवेश 1.28 अरब डॉलर, 2023 में 29.53 करोड़ डॉलर और 2022 में केवल 2.68 करोड़ डॉलर था।
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डब्ल्यूजीसी ने कहा कि गोल्ड ईटीएफ में वृद्धि कमजोर होती करंसी और निवेशकों की बढ़ती मांग के कारण हुई है। वहीं, लोग दबाव झेल रहे घरेलू शेयर बाजार और दुनियाभर में चल रहे भू-राजनीतिक तनाव व टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितताओं के बीच निवेश के लिए सुरक्षित विकल्प के तौर पर सोने व गोल्ड ईटीएफ में पैसा लगा रहे हैं। |