ताजमहल पहुंचे पर्यटक। जागरण
जागरण संवाददाता, आगरा। नए साल में ताजमहल का गुंबद और कलश बिना पाड़ (शटरिंग या स्केफोल्डिंग) के नजर आएगा। संरक्षण कार्य पूरा होने के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने गुंबद के ऊपर कलश के शीर्ष तक बांधी गई पाड़ को हटाना शुरू कर दिया है। मौसम अनुकूल रहने पर 15 जनवरी तक पाड़ को पूरी तरह हटा दिया जाएगा। पर्यटक पाड़ बंधी होने से व्यू खराब होने की वजह से उसके हटने के बारे में गाइडों व टूर आपरेटरों से बार-बार जानकारी कर रहे थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जून में एएसआई द्वारा शुरू किया गया संरक्षण का काम पूरा
ताजमहल में मुख्य मकबरे में स्थित शाहजहां व मुमताज की कब्रों वाले कक्ष में 10 से 12 सितंबर, 2024 तक लगातार वर्षा होने पर पानी टपका था। एएसआई ने इसके बाद गुंबद व मकबरे की छत की लाइट डिटेक्शन एंड रेंजिंग (लिडार) तकनीक से जांच की थी। इसमें गुंबद व मकबरे की छत में दो जगह से पानी के रिसाव की जानकारी सामने आई थी। ड्रोन कैमरे से ताजमहल के कलश की थर्मल इमेज ली गई थीं, जिनमें कलश में अंदर पानी नजर आया था। एएसआई ने 78 लाख रुपये की लागत से ताजमहल की छत व गुंबद के संरक्षण का काम जून, 2025 में शुरू किया था। इसके लिए मुख्य मकबरे के गुंबद पर यमुना किनारा की तरफ से पाड़ बांधी गई थी।
एएसआई ने कलश के चारों ओर बंधी पाड़ को हटवाया
गुंबद के शीर्ष पर बने उल्टे कमल की आकृति से लेकर कलश (पिनेकल) के शीर्ष तक पाड़ बांधी गई थी। इससे ताजमहल का व्यू प्रभावित हो रहा था। अगस्त के अंत में आई सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीबीआरआई) की टीम ने अध्ययन किया था। उसने अपनी रिपोर्ट एएसआई को सौंपी थी। अब संरक्षण कार्य पूरा होने के बाद एएसआई ने पाड़ हटाना शुरू कर दिया है। गुंबद के ऊपर बने उल्टे कमल की आकृति पर थोड़ी ऊंचाई को छोड़कर कलश के शीर्ष तक बंधी पाड़ हटा दी गई है। इससे रायल गेट व सेंट्रल टैंक से ताजमहल का व्यू पूरा नजर आ रहा है।
ताजमहल के वरिष्ठ संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी ने बताया कि कलश के ऊपर से करीब-करीब पूरी पाड़ हटा दी गई है। मौसम अनुकूल रहने पर 15 जनवरी तक गुंबद पर पीछे की तरफ बंधी पाड़ भी पूरी तरह हटा देंगे।
आठ दशक बाद हुआ संरक्षण
एएसआई ने ताजमहल के गुंबद पर आठ दशक बाद संरक्षण का काम कराया है। इससे पूर्व 1941-42 में गुंबद का संरक्षण कराया गया था। तब उसके खराब पत्थरों को हटाने के साथ ही प्वाइंटिंग की गई थी। |
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