मृतक मूलतः बलिया जिले का निवासी है और यहां ट्रैफिक सिपाही के पद पर तैनात था।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़। कोतवाली क्षेत्र के कोलघाट मोहल्ले में एक ट्रैफिक सिपाही की दम घुटने से मौत हो गई। यह घटना रविवार की रात की है, जब सिपाही कमरे में अंगीठी जलाकर सोने चला गया। मृतक की पहचान रंजीत मौर्या के रूप में हुई है, जो मूलतः बलिया जिले का निवासी है और यहां ट्रैफिक सिपाही के पद पर तैनात था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
रंजीत मौर्या अपने काम के प्रति समर्पित थे और उनकी यह आकस्मिक मृत्यु उनके परिवार और सहकर्मियों के लिए एक बड़ा सदमा है। स्थानीय लोगों के अनुसार, रंजीत ने रात में अलाव जलाकर सोने चला गया जिससे कमरे में ऑक्सीजन की कमी हो गई और उन्हें सांस लेने में कठिनाई के बाद दम घुट गया सुबह जब कमरे का दरवाजा खोला गया, तब बेहोश पाया गया। तुरंत ही उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस घटना ने सुरक्षा मानकों और सावधानियों पर सवाल उठाए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अलाव का उपयोग करते समय उचित वेंटिलेशन का ध्यान रखना आवश्यक है, खासकर जब लोग सो रहे हों। यह घटना इस बात का भी संकेत है कि हमें अपने दैनिक जीवन में सुरक्षा उपायों को अपनाने की आवश्यकता है, ताकि ऐसी दुखद घटनाओं से बचा जा सके।
रंजीत मौर्या के परिवार में उनके माता-पिता और पत्नी शामिल हैं। उनके निधन से परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय प्रशासन ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और मृतक के परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
इस घटना ने यह भी स्पष्ट किया है कि हमें सर्दियों में अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रति अधिक जागरूक रहने की आवश्यकता है। अलाव या अन्य गर्म उपकरणों का उपयोग करते समय हमें सावधानी बरतनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
रंजीत मौर्या की आकस्मिक मृत्यु ने सभी को एक बार फिर से सोचने पर मजबूर किया है कि हमें अपने जीवन में सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए। उनकी याद में स्थानीय लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की है और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। |