शिवहर में बागमती की धाराओं में उफान। जागरण
जागरण संवाददाता, शिवहर। Bihar flood News: जिले में बागमती नदी का रौद्र रूप सोमवार को तीसरे दिन भी जारी है। बाढ़ का पानी लगातार बढ़ रहा है और इसके चलते तटबंध पर दबाव बढ़ गया है। कई स्थानों पर तटबंध में रिसाव आ गया है। रविवार की रात देकुली में तटबंध में आए रिसाव को दुरुस्त कर लिया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
तरियानी छपरा व धनकौल में अब भी रिसाव जारी है। बागमती प्रमंडल की टीमें रिसाव पर काबू पाने में जुटी हुई है। पिछले साल तरियानी छपरा के जिस स्थान पर तटबंध टूटा था उससे करीब 800 मीटर की दूरी पर तटबंध में रिसाव हो रहा है।
इसी बीच पिपराही प्रखंड के इंदरवा गांव में शौच के लिए निकला युवक नदी की तेज धार में बह गया है। उसका अबतक पता नहीं चल पाया है। युवक इंदरवा गोट निवासी नंदलाल पासवान का पुत्र राजन पासवान (18) था। सरपंच राकेश पासवान ने बताया कि दो घंटे पूर्व सूचना देने के बाद भी प्रशासनिक टीम मौके पर नहीं पहुंच सकी है।
इधर, एसडीआरएफ की टीमों ने कई इलाकों में कमान थाम ली है। एसडीआरएफ की टीम ने तरियानी छपरा में बाढ़ के पानी से घिरी गर्भवती महिला सहित कई लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। बाढ़ की वजह से लगभग दो हजार एकड़ में लगी धान सहित अन्य फसलें डूब गई है।
बागमती नदी में आए उफान के चलते बेलवा, नरकटिया, इंदरवा, माधोपुर, दोस्तियां, कटैया, अदौरी, बराही जगदीश, पिपराही पुनर्वास, पिपराही, देकुली धर्मपुर, मोहारी, चक फतेहा, चक सुरगाही, मोतनाजे, विशंभरपुर, तरियानी छपरा आदि दर्जनों गांवों के लोग दहशत में है।
तटबंध के भीतर बसे गांवों के लोगों ने घर खाली कर दिया है। वर्तमान में नदी का जलस्तर 62.95 मीटर दर्ज किया गया है। बागमती नदी तत्काल लाल निशान 61.28 मीटर से 1.67 मीटर ऊपर बह रही है।
इधर, लगातार बढ़ते जलस्तर के बीच जिलाधिकारी विवेक रंजन मैत्रेय, एसडीओ अविनाश कुणाल, ओएसडी संदीप कुमार, एडीएम मेधावी, डीडीसी बृजेश कुमार, डीटीओ सिमरन कुमारी, पिपराही बीडीओ आदित्य सौरभ, सीओ तरूलता, तरियानी बीडीओ जूही कुमारी, सीओ कुमार रोहित आदि रातभर तटबंध का निरीक्षण करते रहे।
जिलाधिकारी ने रात डेढ़ बजे बेलवा घाट पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। ओएसडी संदीप कुमार सहित प्रशासनिक टीम की सक्रियता से देकुली के पास आए रिसाव पर काबू पाया गया। जबकि बागमती प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता शाहिद कमाल के नेतृत्व में अभियंताओं की टीम लगातार तटबंध पर नजर बनाए हुए है। वहीं बाढ़ संघर्षात्मक कार्य जारी है। |