दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर बीच सड़क पर चलते भारी वाहन। जागरण
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। राष्ट्रीय राजमार्गों पर भारी वाहन चालकाें की मनमानी एक बड़ी समस्या बन गई है। गुरुग्राम समेत पूरे एनसीआर के छोटे वाहन चालक इस समस्या से हर दिन जूझते हैं। भारी वाहन चालक मनमानी करते हुए लेन चेंज नियमों का उलंघन करते हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अधिकतर चालक अपनी लेन को छोड़कर पहली और बीच वाली लेन में चलते हैं। इससे पीछे से आने वाले छोटे वाहन चालकों को ओवरटेक करने में काफी जोखिम उठाना पड़ता है। इस कारण कई बार हादसे होते हैं।
हाईवे पर भारी वाहनों के लिए बाईं तरफ की लेन में चलने का नियम है, लेकिन अधिकांश चालक इस नियम की अनदेखी करते हुए अपनी लेन के अलावा पहली और दूसरी लेन में भी चलते हैं। इससे पीछे से आने वाले वाहन चालकों के लिए खतरा बढ़ जाता है, खासकर रात और कोहरे के समय जब दृश्यता कम होती है तो ओवरटेक करने के दौरान यह समस्या और भी बढ़ जाती है।
बन रहे हादसों का कारण
गुरुग्राम समेत एनसीआर में इस कारण हर साल बड़ी संख्या में हादसे होते हैं। दिल्ली-जयपुर हाईवे, केएमपी, केजीपी, यमुना एक्सप्रेसवे, द्वारका एक्सप्रेसवे, मेरठ हाईवे, मुंबई एक्सप्रेसवे पर ओवरटेक करने के कारण ही कई बार हादसे हो चुके हैं। इसके बावजूद भारी वाहन चालक अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे।
वाहन चालकों द्वारा पूरी सड़क को घेरकर चलने की यह समस्या न केवल यातायात को प्रभावित करती है, बल्कि कई बार यह जानलेवा भी साबित होती है। गुरुग्राम में जब इसकी पड़ताल की गई तो हाईवे पर लेन चेंज का उलंघन करते हुए भारी वाहन चालक पाए गए।
दिल्ली से जयपुर तक हाईवे के किनारे कई जगहों पर औद्योगिक क्षेत्र हैं, ऐसे में इस हाईवे पर बड़ी संख्या में भारी वाहनों का आवागमन हर समय रहता है। भारी वाहनों के अपनी लेन में न चलने से दिन के साथ-साथ रात में भी कई बार छोटे वाहन चालकों को ओवरटेक करने के लिए जोखिम उठाना पड़ता है। यह कई बार उनकी जान पर भारी पड़ जाता है।
इस साल गुरुग्राम में 77 हजार चालान
गुरुग्राम के डीसीपी ट्रैफिक डा. राजेश मोहन ने बताया कि लेन चेंज की अवहेलना करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ निरंतर अभियान चलाया जाता है। इस साल एक जनवरी से लेकर 15 दिसंबर तक गलत लेन में ड्राइविंग करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान 77903 वाहनों के चालान किए गए।
ड्रोन व अन्य माध्यमों से ऐसे वाहनों पर मानीटरिंग की जाती है। पिछले साल 2024 में 60,466 वाहन चालकों पर लेन चेंज के उलंघन पर चालान किया गया था।
जागरण सुझाव
कोहरे के सीजन में सड़क हादसे बढ़ने की आशंका रहती है। ऐसे में कोहरे के दौरान सड़क हादसों में कमी लाने के लिए सरकार और यातायात पुलिस को इस समस्या का समाधान निकालने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे। चालकों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने होंगे और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी।
गुरुग्राम में पिछले पांच साल में हादसों में गई जान
साल हादसे घायल मौत
2020
250
171
169
2021
944
845
377
2022
1040
886
404
2023
1172
874
494
2024
1019
750
448
2025
1005
690
447
एनसीआर में लेन चेंज उल्लंघन के तहत कार्रवाई
जिला चालान
गुरुग्राम
77903
सोनीपत
12466
फरीदाबाद
30915
रेवाड़ी
1200
नूंह
50199
पलवल
52000
गाजियाबाद
2412
महेंद्रगढ़
3993
नोएडा
45636
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