नशीली दवाओं की तलाश में ड्रग विभाग ने जांचे मेडिकल, पुलिस ने डॉग स्क्वायड के साथ ली तलाशी।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद। जिले में नशीली दवाओं के बढ़ते दुरुपयोग और पिछले दिनों युवाओं की ओवरडोज के कारण हुई मौतों ने प्रशासन को सख्त कदम उठाने को मजबूर कर दिया है। जिला उपायुक्त द्वारा अधिकारियों की बैठक में दिए गए निर्देशों के बाद पुलिस, ड्रग कंट्रोल विभाग और डॉग स्क्वायड की संयुक्त टीम ने रतिया शहर, इसके ग्रामीण इलाकों तथा भट्टू कलां क्षेत्र में बड़े स्तर पर सर्च अभियान चलाकर मेडिकल स्टोरों पर नशीली दवाओं की तलाश की। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस कार्रवाई ने क्षेत्र में संचालित मेडिकल दुकानों में हड़कंप मचा दिया। हालांकि इतने बड़े सर्च अभियान के बावजूद ड्रग विभाग व पुलिस की टीम कोई रिकवरी नहीं कर पाई। पुलिस ने पिछले दिनों जिले के 120 मेडिकल संचालकों को पहले ही नोटिस जारी कर निर्देश दिए गए थे कि वे स्टाक, बिलिंग और रिकार्ड को स्पष्ट रूप से उपलब्ध करवाएं।
कई मेडिकल दुकानों में बिना पंजीकरण, बिना पर्ची और बिना स्टाक एंट्री के नशीली दवाओं की बिक्री की शिकायतें लगातार सामने आ रही थीं। इन शिकायतों और बढ़ती ओवरडोज घटनाओं के मद्देनजर ड्रग इंस्पेक्टर ने पुलिस टीम और डॉग स्क्वायड की मदद से औचक निरीक्षण अभियान तेज कर दिया है।
दुकानों, अलमारियों व गोदामों की हुई जांच
मंगलवार को सुबह से ही पुलिस की स्वैट टीम, डॉग स्क्वायड और ड्रग इंस्पेक्टर की टीम रतिया शहर में कई स्थानों पर पहुंची। टीम ने दुकानों में मौजूद सभी अलमारियों, बैक स्टोर और गोदामों की गहन जांच की। संदिग्ध दवाओं की पहचान के लिए डॉग स्क्वायड को भी लगाया गया, जिसने कई जगहों पर छिपाकर रखे गए पैकेटों की ओर इशारा किया। इन्हें तुरंत जब्त कर जांच के लिए भेज दिया गया।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी टीम ने अचानक पहुंचकर दुकानों की चेकिंग शुरू की। कई दुकानदारों ने रिकार्ड प्रस्तुत नहीं किया। वही घरों की जांच की गई। संदूक व बेड की तलाशी ली ताकि नशा मिले तो कार्रवाई की जा सके।
नशे की रोकथाम को लेकर के लिए सोमवार को बैठक हुई थी, उसी के अनुसार यह कार्रवाई की गई है, लगातार छापामार कार्रवाई की जा रही है। अगर किसी के यहां नशा आदि बेचा जा रहा है तो तुरंत सूचना दे। -सिद्धांत जैन, एसपी। |