LHC0088 • 2025-12-11 12:06:41 • views 467
मौसम विभाग ने 13 दिसंबर तक नए पश्विमी विक्षोभ के सक्रिय होने के बाद अगले सप्ताह से सर्दी बढ़ने के जताए आसार। जागरण
जागरण संवाददाता, वाराणसी/लखनऊ। पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव बुधवार से दिखने लगा, तापमान में एक से डेढ़ डिग्री सेल्सियस तक की हुई गिरावट ने शाम होते ही गलन का आभास कराना शुरू कर दिया। अब पूर्वी उत्तर प्रदेश में कोहरे के धुंध की सघनता कुछ और बढ़ने की संभावना है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मौसम विज्ञानियों का मानना है कि इधर छिछला या मध्यम कोहरा आधी रात के बाद से लेकर भोर में सूर्योदय के समय तक पड़ सकता है। सूर्योदय होने के बाद यह धीरे-धीरे छंट जाएगा। तापमान में गुरुवार व शुक्रवार को मामूली गिरावट ही होने के आसार हैं। हालांकि इससे सुबह-शाम होने वाली गलन का प्रभाव बढेगा।
पश्चिमी विक्षोभ के इस झोंके के प्रभाव से पहले दिन बीएचयू क्षेत्र में अधिकतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की कमी आई और यह सामान्य से महज 0.5 डिग्री सेल्सियस अधिक 26 डिग्री सेल्सियस रहा। न्यूनतम तापमान में 1.2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई और यह 10.5 पर रहा।
उधर बाबतपुर क्षेत्र में अधिकतम तापमान 0.9 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई और उधर तापमान सामान्य से 1.1 डिग्री सेल्सियस नीचे 24.8 रहा। न्यूनतम तापमान मात्र 0.3 डिग्री कम हाेकर सामान्य से 1.8 डिग्री सेल्सियस नीचे 9.7 डिग्री सेल्सियस रहा।
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बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बातया कि यह पश्चिमी विक्षोभ भी बहुत ताकतवर नहीं है, इसलिए अधिकतम शुक्रवार तक इसका रहेगा यानी तापमान में मामूली गिरावट हो सकती है जबकि शनिवार को गिरावट रुक जाएगी और तापमान स्थिर होकर बढ़त की ओर उन्मख होगा लेकिन तब तक इसके पीछे आ रहा एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ भी यहां तक पुहुंच जाएगा, इससे ठड धीमी गति से ही सही किंतु अगे बढ़ जाएगी।
कानपुर का मौसम
पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवा चलने से रात के तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव बना हुआ है। दिन में धूप खिलने से गर्मी का अहसास हो रहा है और वहीं, रात में पारा गिरने से सर्द हवा के थपेड़े ठंडक का अहसास करा रहे हैं। बदलते मौसम में सर्दी, फ्लू, वायरल बुखार, डेंगू, मलेरिया, और श्वसन संबंधी बीमारियां (जैसे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस) फैलने का अंदेशा बढ़ गया है। क्योंकि तापमान और नमी में बदलाव से वायरस और बैक्टीरिया पनपते हैं और हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर करते हैं।
मौसम विज्ञानी और चिकित्सकों ने लोगों को बदलते मौसम में स्वास्थ्य के प्रति विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। सीएसए कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान केंद्र में बुधवार को अधिकतम तापमान 26.4 और न्यूनतम तापमान 8.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वातावरण में अधिकतम प्रतिशत 79 और न्यूनतम प्रतिशत 27 दर्ज किया गया। उत्तर-पश्चिमी दिशा से 5.8 से सात किमी प्रति घंटा की औसत गति से हवा चलती रही।
मौसम विज्ञानी डा एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि अब तापमान में हर रोज कमी आएगी। बादलों के हटने के साथ ही सर्दी तेजी से बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है लेकिन इसका असर अभी मैदान तक पूरी तरह से नहीं पहुंचा है।
13 दिसंबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ आने वाला है। इससे अगले सप्ताह के मौसम का निर्धारण होगा। बादलों की पट्टी पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर खिसक गई तो सर्दी का असर बढ़ेगा। मौसम में अब कोहरे की भी शुरुआत हो गई है। अब आगे कोहरा और घना होगा।
गोरखपुर का मौसम
गोरखपुर में गुरुवार की सुबह धुंध रहेगी। दिन में धूप की चमक भी धुंध से प्रभावित रहेगी। ठंड बढ़ेगी। देवरिया और बस्ती में भी धुंध और ठंड बढ़ने का पूर्वानुमान है। |
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