सांस लेने में परेशानी होने पर सोमवार को दो मरीजों को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। सांस लेने में परेशानी होने पर सोमवार को सरकारी अस्पतालों की इमरजेंसी में अचेत पहुंचे दो मरीजों को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। डूंडाहेडा स्थित 50 बेडेड संयुक्त अस्पताल के सीएमएस डा. अतुल आनंद ने बताया कि बिहारी पुरा के रहने वाले 50 वर्षीय हरिनंद को अचेतावस्था में इमरजेंसी में पुलिस द्वारा भर्ती कराया गया। ईएमओ ने जांच के बाद मरीज को मृत घोषित कर दिया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पूछताछ में बताया गया कि मृतक को सांस लेने में परेशानी थी। इसके अलावा गौपुरी के रहने वाले 45 वर्षीय वीरू वर्मा को सीने में दर्द होने पर बेहोशी की हालत में स्वजन द्वारा भर्ती कराया गया। ईएमओ ने मरीज को मृत घोषित कर दिया। सर्दी के साथ वायु प्रदूषण बढ़ने से सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों की ओपीडी में सांस और बुखार के मरीज बढ़ रहे है। जिला एमएमजी अस्पताल में कुल 170 मरीजों का एक्स-रे कराया गया।
चिकित्सकों की परामर्श पर इनमें से 120 मरीजों का चेस्ट एक्स-रे कराया गया। आठ मरीजों को रेफर किया गया और 17 मरीजों को भर्ती किया गया है। ओपीडी में गले में खरास,खांसी,जुकाम, जोड़ों में दर्द,चेस्ट पेन और सांस लेने में परेशानी पर तीन दो सौ से अधिक मरीज पहुंचे।
जिला एमएमजी अस्पताल, संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल और डूंडाहेड़ा अस्पताल की ओपीडी में कुल 3,940 मरीज पहुंचे। इनमें 1774 महिला, 1378 पुरूष और 619 बीमार बच्चे शामिल रहे। तीनों अस्पतालों की ओपीडी में बुखार के 382 मरीज पहुंचे। इनमें 56 बच्चे भी शामिल हैं।
65 बच्चों समेत 479 ने लगवाई एंटी रेबीज वैक्सीन
सरकारी अस्पतालों में सोमवार को कुत्ते,बिल्ली और बंदरों के काटने पर कुल 479 लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने पहुंचे। रिपोर्ट के अनुसार पहली डोज लगवाने वाले 65 बच्चों समेत 166 लोग शामिल रहे। जिला एमएमजी अस्पताल में 318 में से 44 बच्चों समेत 121 लोगों ने पहली डोज लगवाई। संयुक्त अस्पताल में 161 में से 21 बच्चों समेत 45 लोगों को पहली डोज लगाई गई। दोनों अस्पतालों में 24 बुजुर्गों ने भी कुत्ते के काटने पर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाई।
वीआइपी ड्यूटी में गये चिकित्सक, मरीज करते रहे इंतजार
जिले में कई सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों की सोमवार को वीआइपी ड्यूटी लगने से मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी। संयुक्त अस्पताल के अलावा लोनी अस्पताल के चिकित्सक सीएम की अगुवाई को लेकर वीआइपी ड्यूटी में रहे। इससे ओपीडी प्रभावित हुई। संयुक्त अस्पताल में सबसे अधिक मरीज फिजिशियन का इंतजार करके वापस घर लौट गये। इमरजेंसी सेवाएं भी प्रभावित रही। ओपीडी में सरकारी अस्पतालों में सोमवार को सबसे अधिक मरीज पहुंचते हैं। |