डीयू की छात्रों के लिए 10 प्रतिशत अटेंडेंस की विशेष छूट।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय ने यूजीसीएफ-2022 के पहले बैच के स्नातक छात्रों को बड़ी राहत देते हुए सेमेस्टर-7 परीक्षा के लिए उपस्थिति में विशेष छूट देने का फैसला किया है। विश्वविद्यालय की यह अधिसूचना हजारों छात्रों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है, जो कम उपस्थिति के कारण परीक्षा में बैठने को लेकर परेशान थे। जारी अधिसूचना में कहा गया है कि कई छात्र ऐसे थे जिनकी उपस्थिति 66.6 प्रतिशत से कम थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नियमों के अनुसार ऐसे छात्रों को परीक्षा से वंचित किया जा सकता था, लेकिन इस स्थिति को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक बार के लिए 10% अतिरिक्त उपस्थिति की विशेष छूट देने का निर्णय लिया है। इसके बाद अब छात्र सेमेस्टर-7 की परीक्षाओं में शामिल हो सकेंगे।
विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि यह राहत इसलिए दी गई है ताकि यूजीसीएफ-2022 के पहले बैच के छात्रों को किसी अनावश्यक दिक्कत का सामना न करना पड़े और वे अपना शैक्षणिक सत्र समय पर पूरा कर सकें। हालांकि, विश्वविद्यालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि छात्रों को परीक्षा में बैठने के लिए अन्य सभी शैक्षणिक आवश्यकताओं और औपचारिकताओं को पूरा करना अनिवार्य होगा। यानी उपस्थिति में छूट मिलने के बावजूद बाकी कोर्सवर्क, असाइनमेंट, आंतरिक मूल्यांकन इत्यादि पूरे होने चाहिए।
छात्र संगठनों और कालेजों में इस निर्णय का स्वागत किया जा रहा है। उनका कहना है कि नए पाठ्यक्रम, इंटर्नशिप, प्रैक्टिकल और लगातार बदलते शैक्षणिक ढांचे के चलते छात्रों पर अतिरिक्त बोझ था, ऐसे में यह राहत समय की आवश्यकता थी। डीयू का यह कदम विशेष रूप से उन छात्रों के लिए बड़ी राहत है जो मेडिकल कारणों, पारिवारिक परिस्थितियों या इंटर्नशिप संबंधी कारणों से नियमित कक्षाओं में उपस्थित नहीं हो सके थे।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय छात्रों के हित में है और इससे उनकी परीक्षा प्रक्रिया सहज हो सकेगी। यूनिवर्सिटी ने छात्रों से अपील की है कि वे बाकी औपचारिकताएँ समय पर पूरी कर लें ताकि परीक्षा में किसी प्रकार की बाधा न आए। |