LHC0088 • 2025-12-5 06:36:37 • views 815
जागरण संवाददाता, मेरठ। किंग पैलेस के मालिक शहजाद मलिक पर 63.75 करोड़ की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज होते ही वह हैदराबाद फरार हो गया। छह माह पहले उसके छोटे भाई शहबर को ईडी ने करोड़ों की जीएसटी चोरी के मामले में उठाया था। जांच में आया कि जनपद में कार्रवाई के बाद शहजाद ने हैदराबाद में नई फर्म बना ली है। मेरठ निवासी साकिब ने डीएस इंडस्ट्रीज के नाम से फर्म का पंजीकरण कराकर 4.71 करोड़ की धोखधड़ी की। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सलमान निवासी मेरठ ने एसएफ ट्रेडिंग कंपनी के नाम से फर्म का पंजीकरण करा 9.37 करोड़ रुपये के फर्जी बिल काटकर राजस्व की हानि पहुंचाई। तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने विवेचना शुरू कर दी।मेरठ निवासी शमशाद मलिक के छह बेटे हैं। शहर में इनका किंग पैलेस मंडप भी है। राज्य कर अधिकारी जरमन सिंह की तरफ से बुधवार को शमशाद के बेटे शहजाद के खिलाफ 63.75 करोड़ की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया।
क्या हैं आरोप?
आरोप है कि शहजाद ने 2018 में सर्वश्री एसडी रिसाईक्लिंग फर्म बनाई। 2020 में फर्म के बारे में जांच की गई। घोषित व्यापार स्थल पर कोई व्यापारिक गतिविधि एवं स्टाक नहीं पाया गया। शहजाद को 28 मार्च 2024 को नोटिस जारी करते हुए पंजीकरण निरस्त कर दिया। पोर्टल की आनलाइन जांच पर व्यापारी के जीएसटीआर-2ए की जांच में पाया गया कि व्यापारी द्वारा विभिन्न फर्मों को बिल दिए जा रहे हैं।
63.75 करोड़ रुपये के फर्जी बिल काटकर राजस्व की हानि पहुंचाई गई। इसी तरह से साकिब ने डीएस इंडस्ट्रीज के नाम से फर्म का पंजीकरण कराकर 4.71 करोड़ रुपये और सलमान ने एसएफ ट्रेडिंग कंपनी के नाम से फर्म का पंजीकरण कराकर 9.37 करोड़ रुपये के फर्जी बिल काटकर राजस्व की हानि पहुंचाई गई है। तीनों के खिलाफ तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
मुकदमा दर्ज होने के बाद ही शहजाद हैदराबाद फरार हो गया। शहजाद ने हैदराबाद में एक नई फर्म बना ली है। वहां भी फर्जी बिल काटकर राजस्व को नुकसान पहुंचा रहा है। सीओ अभिषेक तिवारी ने बताया कि तीनों मुकदमों की विवेचना की जा रही है। फिलहाल इनको अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। आरोपित शहजाद का परिवार पहले से जीएसटी चोरी से जुड़ा हुआ है। इसका चचेरा भाई भी जीएसटी चोरी के मामले में पुणे की जेल में बंद है। |
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