प्रतीकात्मक चित्र
संवाद सहयोगी, जागरण, फरीदपुर। महिला की हत्या कर उसके शव को बोरे में बंद कर नहर किनारे झाड़ियों में फेंक दिया गया। कोई पहचान न कर पाए इसलिए चेहरा तेजाब से जला दिया गया। शव करीब 10-15 दिन पुराना होने की वजह से उसमें कीड़े भी पड़ गए थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसकी शिनाख्त का प्रयास किया गया मगर कोई भी उसे पहचानता नहीं था। महिला की हत्या कैसे की गई, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही स्पष्ट हो सकेगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
फरीदपुर के देवरनिया चौकी क्षेत्र में नहर के किनारे झाड़ियों में किसी महिला के शव को कुत्ते खींच रहे थे। राहगीरों ने जब देखा तो कुत्तों को भगाया। शव के कमर से ऊपर का हिस्सा बोरे में बंद था, जबकि पैर खुले हुए बोरे से बाहर निकले थे। पैरों का पूरा मांस गल गया था, बचा हुआ कुत्तों व अन्य जंगली जानवरों ने नोच खाया था।
केवल हड्डियां ही दिखाई दे रही थीं। शव पूरी तरह से सड़ने की वजह से भयानक बदबू आ रही थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बोरे से उसे बाहर निकाला तो उसका पूरा चेहरा काला पड़ा हुआ था। प्रथम दृष्टिया तेजाब से जलाने जैसा प्रतीत हो रहा था। हालांकि, पुलिस की ओर से इसकी आधिकारिक कोई पुष्टि नहीं हैं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हकीकत सामने आ सकेगी।
पुलिस ने उसकी शिनाख्त का प्रयास किया, लेकिन कोई भी उसे पहचानता नहीं था। आस-पास के थानों में भी उसकी गुमशुदगी चेक कराई गई मगर वहां से भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा। चूंकि शव बोरे में बंद था इसलिए आशंका है कि उसकी हत्या किसी दूसरी जगह की गई होगी और शव को यहां लाकर फेंका गया। पुलिस का कहना हैं कि उसकी शिनाख्त के बाद ही आगे की कहानी स्पष्ट हो सकेगी।
झाड़ियों में करीब 10-15 दिन पुराना शव मिला है, पूरे शरीर पर कीड़े पड़े हैं। उसका चेहरा काला है, उसकी हत्या कैसे हुई इस बारे में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगा। अभी तक महिला की शिनाख्त नहीं हो सकी है।
- संदीप सिंह, सीओ, फरीदपुर
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