प्रतीकात्मक चित्र
जागरण संवाददाता, बरेली। प्रदेश भर में सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती बने बांग्लादेशी व रोहिंग्या घुसपैठियों को वापस भेजने की दिशा में प्रशासन सक्रिय हो गया है। घुसपैठियों की पहचान से लेकर सत्यापन की प्रक्रिया पूरी होने तक उन्हें रखने के लिए बरेली में अस्थायी हिरासत केंद्र (डिटेंशन सेंटर) बनाया जाएगा। मंडलायुक्त भूपेंद्र एस. चौधरी ने डीएम अविनाश सिंह को तैयारियां शुरू करने को कहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों जिलों में अवैध रूप से रहने वाले रोहिंग्या और बांग्लादेशियों की पहचान कर उन्हें बाहर निकालने को कहा था। उन्होंने घुसपैठियों के सत्यापन के लिए अस्थायी डिटेंशन सेंटर बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद मंडलायुक्त ने बरेली में घुसपैठियों के सत्यापन के लिए अस्थायी हिरासत केंद्र बनाने की तैयारी शुरू की है। उन्होंने डीएम अविनाश सिंह को अभियान चलाकर घुसपैठियों को चिह्नित करने को कहा है।
घुसपैठियों को चिह्नित करने के बाद उन्हें अस्थायी हिरासत केंद्र में रखकर उनका सत्यापन किया जाएगा। उनसे भारत में आने का समय, कितने दिन से रह रहे, किस क्षेत्र से घुसपैठ की, अन्य कितने लोगों के साथ आए समेत अन्य पूछताछ की जाएगा। घुसपैठियों से सभी जरूरी जानकारियों लेने के बाद उनके मुल्क वापस भेजने की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाएगी। विदेशी नागरिक का आवश्यक सत्यापन पूरा होने तक उसे केंद्र में रखा जाएगा।
मंडलायुक्त ने घुसपैठियों को चिह्नित करने के दौरान बांग्ला भाषी लोगों का भी सहयोग लेने को कहा है। इसके लिए प्रशासन यहां रहने वाले बांग्ला भाषी लोगों से संपर्क करेगा। वह आसानी से उनकी बोली व हाव-भाव को पहचान सकेंगे, जिससे घुसपैठियों को चिह्नित करने में आसानी होगी। जिले में अवैध रूप से रहने वाले घुसपैठियों के विरुद्ध एसएसपी अनुराग आर्य पहले भी अभियान चला चुके हैं।
अगस्त में तीन बांग्लादेशी महिलाओं को चिह्नित किया था। वह अवैध दस्तावेजों के सहारे भारत में रह रही थीं। उनके विरुद्ध प्राथमिकी लिखाई गई। एसएसपी का कहना है कि घुसपैठियों के विरुद्ध दोबारा अभियान शुरू करेंगे। अभियान के दौरान खासकर रोहिंग्या व बांग्लादेशियों के अलावा अन्य दूसरे देशों से आकर रहने वालों लोगों का भी सत्यापन कराया जाएगा। यदि कोई भी संदिग्ध दिखाई देता है तो उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
एसएसपी ने बताया कि सभी थानों को निर्देश दिए गए हैं कि अपने-अपने क्षेत्र में खानाबदोश समुदायों के डेरे, झोपड़ पट्टियां, अस्थायी झोपड़ियां, नए किरायेदार, बाहर से आकर बसने वाले सभी व्यक्तियों का डोर-टू-डोर सत्यापन किया जाए। सत्यापन के दौरान किसी व्यक्ति के पास फर्जी आधार, फर्जी वोटर आइडी, संदिग्ध रजिस्ट्रेशन या अन्य कोई नकली दस्तावेज मिलता है तो तत्काल ही उसके मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की जाए।
रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को चिह्नित करने के लिए मंडल में अभियान चलाया जाएगा। बरेली में अस्थायी हिरासत केंद्र स्थापित किए जाने की तैयारी है। चिह्नित घुसपैठियों को यहां रखकर उनका सत्यापन किया जाएगा। इस पर काम शुरू कर दिया गया है।
- भूपेंद्र एस. चौधरी, मंडलायुक्त
यह भी पढ़ें- बरेली रेंज में ड्रग तस्करों पर \“गैंगस्टर\“ की तैयारी, 3000 से अधिक आरोपितों का सत्यापन शुरू |