cy520520 • 2025-11-25 23:38:13 • views 801
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। एटीएम लूट की घटना कर बदमाशों ने पुलिस की सक्रियता का आईना दिखाया है। बदमाशों के बेखौफ हाेने का अंदेशा इस बात से लगाया जा सकता है कि महाराण प्रताप चौक (फव्वारा चौक) पर सुबह से लेकर शाम तक पुलिसकर्मियों की ड्यूटी रहती है। दिन में ट्रैफिक पुलिस रहती है तो रात में पिकेट तैनात होती है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बावजूद पुलिस के पहरे वाले क्षेत्र के 200 मीटर की दूरी पर बदमाश एटीएम उखाड़ ले गए। घटना की सामने आई फुटेज से अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि वारदात के लिए बदमाशों ने आधे घंटे इंतजार किया। बारी-बारी से सड़क पर उतरकर रेकी की। मगर, पुलिस की नजर ना पड़ सकी।
घटनास्थल से ही लोकोशेड पुल शुरू हो जाता है। दिल्ली रोड से शहर को आते वक्त पुल से उतरते ही एक रास्ता रेलवे कालोनी काे जाता है। रेलवे स्टेशन रोड से दिल्ली रोड एवं पीलीकोठी से दिल्ली रोड जाने वाले लोकोशेड से ही गुजरते हैं। ऐसे में घटनास्थल वाले क्षेत्र में 24 घंटे चहल पहल रहती है। मगर, बदमाश वारदात के लिए पहले से रेकी कर चुके थे। उन्हें यह मालूम था कि वारदात के लिए सबसे मुफीद समय कौन सा है, जिस समय पुलिस की सक्रियता कम होती है। तय योजना अनुसार, ही बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। पूरे घटनाक्रम को सामने आई फुटेज से आसानी से समझा जा सकता है। हरियाणा की क्रेटा नंबर 70 एफ 1966
वारदात से 200 मीटर दूरी पर महाराणा प्रताप चौक पर पिकेट रात में तैनात रहती है। पुलिस गश्त करती है। मगर, बदमाशों का दुस्साहस यह कि फिर भी एटीएम उखाड़ ले गए। जबकि वहां हर समय वाहनों का आवागन रहता है। बदमाशों ने वारदात का समय वह चुना जिस समय पुलिस की सक्रियता भी कम हो जाती है। रात में गश्त पर रहने वाली थाना पुलिस की गाड़ी रुक जाती है। इसलिए बदमाशों ने घटना को अंजाम देने के लिए तीन बजे के आसपास का समय चुना।
वारदात को अंजाम देने के लिए अपराधियों ने रात के लगभग तीन बजे का समय चुना। यह वही समय माना जाता है जब पुलिस की सक्रियता अपेक्षाकृत कम हो जाती है और गश्त करने वाली थाने की गाड़ी भी अधिकांश स्थिर हो जाती है। बदमाशों ने इसी सुस्त समय का फायदा उठाते हुए एटीएम को उखाड़ लिया।
हैरानी की बात यह है कि जब एटीएम मशीन को उखाड़ा गया, तो आसपास लगी टाइल्स तक उखड़ गईं, जिससे काफी तेज आवाज हुई होगी। इसके बावजूद चौराहे पर तैनात पुलिस पिकेट को घटना की भनक तक नहीं लगी। महाराणा प्रताप चौक शहर का प्रमुख चौराहा है और सुरक्षा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील माना जाता है।
यहां दिन-रात पुलिस की मौजूदगी रहती है। इसके बाद भी अपराधियों का इस तरह घटना को अंजाम देना न केवल कानून व्यवस्था की पोल खोलता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि बदमाशों को पुलिस का जरा भी भय नहीं रहा। अधिकारियों का कहना है कि घटना के समय पिकेट पर तैनाती थी, लेकिन उन्हें कोई असामान्य गतिविधि का पता नहीं चला। वहीं, बदमाश घटना के बाद एटीएम लेकर आराम से दिल्ली की ओर भाग निकले। |
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