अटेली - महेंद्रगढ़ रोड का दृश्य। जागरण
जागरण संवाददाता, नारनौल। जिले में मौसम लगातार करवट बदल रहा है। जिले में पिछले सप्ताह से ही ठंड की गिरफ्त में हैं। सोमवार को प्रदेश में नारनौल सबसे कम तापमान दर्ज किया गया। मौसम विशेषज्ञ डा. चंद्रमोहन के अनुसार पहाड़ी राज्यों में जारी भारी बर्फबारी का सीधा असर मैदानी इलाके, विशेषकर महेंद्रगढ़ जिले पर पड़ रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उत्तरी हिमाच्छादित क्षेत्रों से चल रही तेज़ ठंडी हवाएं जिले में दिन और रात के तापमान को लगातार सामान्य से नीचे बनाए हुए हैं। सोमवार को नारनौल और महेंद्रगढ़ में अधिकतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान क्रमशः 7.8 और 7.9 डिग्री सेल्सियस रहा। यह दोनों आंकड़े सामान्य से लगभग तीन डिग्री नीचे हैं, जिससे जिले में सामान्य से पहले ठंड तेज़ महसूस होने लगी है।
सुबह-सुबह और देर शाम वाहनों की रफ्तार भी कम होती दिखी क्योंकि कड़ाके की ठंड के कारण दृश्यता और सड़क पर मौजूद नमी यात्रा को प्रभावित कर रही है। डा. चंद्रमोहन ने बताया कि इस समय हवा में नमी बेहद कम है, जिससे आसमान साफ और मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन में धूप जरूर निकल रही है, लेकिन तेज़ शीत हवाएं तापमान को ऊपर नहीं आने दे रहीं।
उन्होंने किसानों को आगाह किया कि आने वाले सप्ताह में पाले की संभावना बनी हुई है, ऐसे में सब्जियों व सरसों की फसल पर विशेष ध्यान देना होगा। खेतों में देर शाम या सुबह-सुबह काम करने से एहतियात बरतने की भी अपील की। उन्होंने बताया कि जिले में अगले दो दिनों तक हल्का धुंधलापन भी देखने को मिल सकता है।
अफ्रीका में हाल ही में हुए एक ज्वालामुखी विस्फोट की राख पश्चिमी हवाओं के साथ उत्तर भारत की ओर बढ़ रही है, जिसके सूक्ष्म कण वायुमंडल में घुलकर हल्की धुंध जैसी स्थिति बना सकते हैं। हालांकि इसका प्रभाव महेंद्रगढ़ जिले में बहुत अधिक नहीं होगा, लेकिन ठंड के साथ धुंधलापन दृश्यता को सीमित कर सकता है।
27 और 28 नवंबर को जेट धारा के दक्षिण की ओर खिसकने व पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से जिले में आंशिक बादल छाने की संभावना है। इससे रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन दिन की ठंडक बनी रहेगी। मौसम विशेषज्ञों ने लोगों को सलाह दी है कि इस समय बच्चों और बुजुर्गों का विशेष खयाल रखा जाए। सुबह-शाम बाहर निकलते समय गर्म कपड़े पहनें और सर्द हवाओं से बचाव के उपाय अपनाएं। महेंद्रगढ़ और नारनौल जिलावासियों के लिए आने वाले दिन और चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं, क्योंकि तापमान में गिरावट का दौर फिलहाल जारी रहने वाला है। |