जागरण संवाददाता, संभल। जामा मस्जिद सर्वे के विरोध में 24 नवंबर 2024 को हुई हिंसा में मृत हुए युवकों के बारे एक बार फिर इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट प्रसारित की गई है।
हिंसा की बरसी पर एक युवक ने अपने इंस्टाग्राम की स्टोरी पर एक पोस्टर लगाया और लिखा कि पांच मुस्लिम युवक संभल पुलिस की गोली से सूट कर मारे गए हैं। उधर, इस मामले की जानकारी पुलिस के पास पहुंची तो जांच कराकर आरोपित पर कार्रवाई करने की बात कहीं गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
24 नवंबर यानी सोमवार को हिंसा को एक पूरा हो गया है। इस बरसी पर एक तरफ जहां लोगों से आपसी सौहार्द बनाए रखने की अपील की गई तो वहीं कुछ लोगों ने माहौल बिगाड़ने का भी प्रयास किया। क्योंकि शहर के ही एक युवक ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट की स्टोरी पर एक पोस्टर प्रसारित किया, जिसमें पांच युवकों के फोटो लगे हैं और उनके नाम भी लिखे हुए हैं।
इतना ही नहीं इस पोस्टर पर युवक ने अंग्रेजी में लिखा है कि पांच मुस्लिम युवक संभल पुलिस की गोली से सूट कर मारे गए हैं, जबकि पुलिस रिकार्ड में हिंसा में पांच नहीं चार युवकों की मौत हुई है। वो, युवक भी हिंसा के दौरान पुलिस नहीं बल्कि मास्टरमाइंड शारिक साठा के गुर्गे मुल्ला अफरोज और गुलाम की गोली से उनकी मौत हुई थी।
इन आरोपितों ने पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के बाद स्वयं कबूला था कि भीड़ को भड़काने के मंशा से इन्होंने गोली चलाकर इन लोगों की हत्या की थी।
बता दें कि पुलिस ने हिंसा के बाद एक युवक को पाकिस्तानी मौलानाओं से बातचीत करते हुए हिंसा में मारे गए युवकों को शहीद का दर्जा दिलवाने के संदर्भ में बातचीत करने पर भी गिरफ्तार किया था।
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि इस तरह का अभी कोई मामला संज्ञान में नहीं आया है। अगर, ऐसी पोस्ट प्रसारित की गई है तो गलत है। उसे दिखवाते हैं और माहौल बिगाड़ने वाले के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। |