फाइल फोटो।
जागरण संवाददाता, आगरा। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की परीक्षा मजाक बन गई हैं। स्नातक और परास्नातक प्रथम सेमेस्टर के हजारों छात्रों के परीक्षा फार्म नहीं भरे गए हैं, इसके बाद भी विषम सेमेस्टर की परीक्षा करा दी गई। परीक्षा शुरू होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने परीक्षा फार्म भरने के लिए 27 नवंबर तक का समय दिया है, इसके लिए छात्रों को एक हजार रुपये अतिरिक्त शुल्क भी जमा करना होगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
स्नातक और परास्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों को परीक्षा के बीच में 27 नवंबर तक फार्म भरने का दिया गया मौका
विश्वविद्यालय की परीक्षा अव्यवस्थाओं के बीच 21 नवंबर से शुरू कर दी गईं। बीए, बीएससी, बीकाम और एमए, एमएससी, एमकाम प्रथम सेमेस्टर के छात्रों के परीक्षा फार्म समर्थ पोर्टल के माध्यम से भरवाए गए। हजारों छात्रों के परीक्षा फार्म नहीं भरे गए, परीक्षा शुल्क भी जमा नहीं हुआ। ऐसे में परीक्षा से दो दिन पहले प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा स्वकेंद्र पर कराने का निर्णय ले लिया गया। कालेजों के परीक्षा फार्म और शुल्क जमा न करने पर प्रवेश पत्र जारी नहीं किए गए, इसके बाद भी छात्रों के परीक्षा फार्म नहीं भरे गए।
एक हजार रुपये जमा करना होगा अतिरिक्त शुल्क
परीक्षा कराने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने जिन छात्रों की पहले दिन की परीक्षा थी उनके प्रवेश पत्र एक दिन पहले रात में कालेजों के लाग इन में अपलोड कर दिए। विश्वविद्यालय की दो दिन की परीक्षा हो चुकी है इसके बाद भी हजारों छात्रों के परीक्षा फार्म नहीं भरे गए हैं।
21 नवंबर से शुरू हो चुकी हैं विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं
परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओम प्रकाश के अनुसार, छात्र हित में स्नातक प्रथम और परास्नातक प्रथम सेमेस्टर के ऐसे छात्र जिनके परीक्षा फार्म नहीं भरे गए हैं वे एक हजार अतिरक्ति शुल्क जमा कर परीक्षा फार्म भर सकते हैं। कालेजों के ऐसे छात्रों की सूची बनाकर जिसमें समर्थ की नामांकन संख्या दर्ज हो उसे विश्वविद्यालय के खंदारी परिसर स्थित समर्थ कार्यालय में 27 नवंबर तक जमा करना होगा। वहीं, जिन छात्रों के परीक्षा फार्म तो सब्मिट हो गए हैं लेकिन कालेजों ने सत्यापन नहीं किया है उनकी सूची भी विश्वविद्यालय प्रशासन को उपलब्ध करानी होगी। |