गांव मलकपुर में मिला खलिहान उल्लू। सौ. ग्रामीण
संवाद सूत्र, चिलकाना (सहारनपुर) : क्षेत्र के ग्राम मलकपुर में रविवार दोपहर को उस वक्त कौतूहल की स्थिति बन गई जब ग्रामीणों ने गांव के बाहरी छोर पर खलिहान उल्लू को देखा। उल्लू के दिखने की खबर फैलते ही मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठे हो गए। ग्रामीणों ने डायल 112 पर फोन कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने उल्लू को कब्जे में ले लिया, ताकि वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा उसकी उचित देखभाल के लिए सुरक्षित वातावरण में छोड़ा जा सके।
यह प्रजाति दुनियाभर में पाई जाने वाली रात्रिचर उल्लू प्रजातियों में से एक है। इनके कई अन्य नाम भी हैं, जैसे \“भूत उल्लू\“ और \“चीखने वाला उल्लू\“ भी कहते हैं। इनका चेहरा दिल के आकार का होता है और ये आमतौर पर सफेद होते हैं, जिसमें ऊपर के हिस्सों पर भूरे या काले धब्बे हो सकते हैं। ये खुले मैदानों, खेतों, सूखे पेड़ों या खाली पड़े मकानों में रहते हैं। इनके पंखों के किनारों पर दांतेदार पंख होते हैं जो उड़ान के दौरान आवाज को कम करते हैं, जिससे वे बहुत शांत होते हैं। इन्हें चूहे और छछूंदर का शिकार करना पसंद है। मार्च से अगस्त के बीच अंडे देते हैं और परिस्थितियों के आधार पर साल में दो बार चूजों का पालन-पोषण कर सकते हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें |