अप्रैल में बेटी के साथ घर आए थे विंग कमांडर नमांश स्याल
-नगरोटा बगवां उपमंडल के तहत पटियालकड़ गांव के रहने वाले थे नमांश
-पिता जगन्नाथ सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य और मां वीना देवी हैं गृहिणी
-पत्नी अफशां भी भारतीय वायुसेना में पायलट, सात साल की बेटी
संवाद सहयोगी, जागरण योल (धर्मशाला) : दुबई में एयर शो के दौरान तेजस विमान दुर्घटनाग्रस्त होने से हिमाचल ने जांबाज पायलट खो दिया। तेजस विमान के पायलट विंग कमांडर 35 वर्षीय नमांश स्याल कांगड़ा जिले के नगरोटा बगवां उपमंडल के तहत पटियालकड़ गांव के रहने वाले थे। पिता जगन्नाथ ने बताया कि नमांश इस साल अप्रैल में बेटी के साथ घर आए थे। वह 19 वर्ष की आयु में ही एयरफोर्स में भर्ती हुए थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पटियालकड़ के वार्ड नंबर सात के निवासी नमांश के पिता जगन्नाथ भी भारतीय वायुसेना में अधिकारी रहे हैं और बाद में हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग से प्रिंसिपल पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। माता वीना देवी गृहिणी हैं। नमांश के माता- पिता हैदराबाद घूमने गए थे। वहां उन्हें इस हादसे की जानकारी दोपहर बाद करीब 3.40 बजे मिली। हादसे की सूचना मिलने के बाद माता-पिता घर लौट रहे हैं। नमांश की एक बहन है। पत्नी अफशां भी एयरफोर्स में ही पायलट है। 2014 में दोनों की शादी हुई थी और सात साल की बेटी भी है। वर्तमान में नमांश पत्नी व बेटी के साथ कोलकाता रहते थे। वह अकसर पैतृक गांव पटियालकड़ आते रहते थे। क्षेत्र के लाडले की मौत से नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र में शोक की लहर है।
दुबई एयर शो में हुए तेजस विमान हादसे में हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला के वीर सपूत नमांश स्याल के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद और हृदयविदारक है। देश ने एक बहादुर, कर्तव्यनिष्ठ और साहसी पायलट खो दिया है। शोकाकुल परिवारजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं प्रकट करता हूं। वीर सपूत की अदम्य वीरता, कर्तव्यनिष्ठा और राष्ट्रसेवा के प्रति समर्पण को हृदय से नमन।
- सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुख्यमंत्री, हिमाचल प्रदेश |