जागरण संवाददाता, हरदोई। मेहनत कर इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने पर नौकरी नहीं मिली तो घर में ड्राई फ्रूट का काम शुरू किया। पर उसमें भी असफलता मिली तो जिंदगी ही गवां दी। युवक का शव दूसरी मंजिल के कमरे में फंदे से लटकता मिला। स्वजन घटना की वजह के बारे कुछ नहीं बोल रहे हैं। पुलिस घटना की जांच कर रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बड़ा चौराहा के रहने वाले दिनेश बाजपेई के चार बच्चों में आयुष बाजपेयी बड़े थे। स्वजन के अनुसार आयुष ने मेहनत और लगने से पढ़ाई कर इंजीनियर की डिग्री भी हासिल कर ली थी, लेकिन मन मुताबिक नौकरी नहीं मिली थी। इसके बाद आयुष ने अपने मकान में ही बनी दुकान में ड्राई फ्रूट का काम शुरू किया था।
गुरुवार की दोपहर आयुष का शव घर में दूसरे मंजिल के कमरे में फंदे से लटकता मिला। काफी देर तक आयुष कमरे से बाहर नहीं निकले, स्वजन छत पर गए तो आयुष का शव गमछे के फंदे से लटकता देखा। स्वजन ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की। फारेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाने को नमूने लिए।
स्वजन आत्महत्या करने की बात कह रहे हैं,वजह के बारे में कुछ नहीं बता रहे हैं। कोतवाल संजय त्यागी ने बताया कि बेरोजगार होने के कारण तनाव में रहता था। तनाव में आकर युवक ने आत्महत्या की है। कारणों के बारे में जांच की जा रही है। |