जागरण संवाददाता, अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में 22 नवंबर से होने जा रहे नार्थ जोन इंटरयूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट में अल-फ़लाह विश्वविद्यालय, फ़रीदाबाद की टीम नहीं खेल पाएगी।
आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता के चलते भारतीय विश्वविद्यालय संघ (एआइयू) ने अल-फ़लाह विश्वविद्यालय की सदस्यता निलंबित कर दी है। इसके चलते एएमयू ने भी अपने यहां टीम के खेलने पर रोक लगा दी है। यूनिवर्सिटी की ओर से वहां के शारीरिक शिक्षा निदेशक को पत्र लिखकर अवगत करा दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
एएमयू में होने जा रहे नार्थ जोन इंटरयूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट में 84 टीमों ने आवेदन किया था। सबसे पहले 17 सितंबर को गुरुकुल कांगड़ी यूनिवर्सिटी हरिद्वार की इंट्री आई थी। इसके बाद 18 सितंबर को अल-फलाह यूनिवर्सिटी ने इंट्री की।
दिल्ली में 10 नवंबर को हुए धमाके में मारे गए आतंकी डा. उमर इसी यूनिवर्सिटी का फैकल्टी था। पकड़े गए अन्य डाक्टर भी मेडिकल फैकल्टी से जुड़े थे। सुरक्षा एजेंसी यूनिवर्सिटी को मिलने वाली फंडिंग आदि की जांच में जुटी हैं।
अल-फलाह यूनिवर्सिटी के चेयरमैन को मनी लांड्रिंग के आरोप में ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। आतंक का अड्डा बन चुकी यूनिवर्सिटी की टीम के क्रिकेट टूर्नामेंट में आवेदन करने से सवाल खड़े हो रहे थे। एएमयू प्रशासन भी एआइयू के निर्णय के इंतजार में था।
17 नवंबर के अंक में दैनिक जागरण ने सबसे पहले इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया था। एआइयू निर्देश मिलने के बाद एएमयू ने खेलने पर रोक लगा दी। यूनिवर्सिटी क्रिकेट कोच फैसल शेरवानी के अनुसार अल-फलाह यूनिवर्सिटी की टीम के टूर्नामेंट में खेलने पर रोक लगा दी है। टूर्नामेंट की तैयारी तेजी से चल रही हैं। चार ग्रुप बनाए गए हैं। प्रत्येक में ग्रुप में 21 टीम भाग लेंगी। |