सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, आगरा। दिल्ली में रहकर पॉलिटेक्निक की पढ़ाई कर रहा छात्र पार्ट टाइम में बाइक टैक्सी चलाने लगा। काम के दौरान उसकी मॉर्फीन और गांजा तस्करी करने वालों से दोस्ती हो गई। अधिक रुपये कमाने के चक्कर में वह सप्लायर बन गया। सोमवार को हरीपर्वत पुलिस ने मैनपुरी के दो युवकों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से मॉर्फीन, गांजा,नकदी और नई कार बरामद हुई है। शातिरों ने नशीले पदार्थों की तस्करी करने के लिए दस दिन पहले ही कार खरीदी थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दस दिन पहले नई कार खरीद माल डिलीवरी करने आगरा आया था तस्कर
इंस्पेक्टर हरीपर्वत नीरज शर्मा ने बताया कि सोमवार को पुलिस टीम ने संदिग्ध अल्ट्रोस कार को रोका गया। तलाशी लेने पर उसमें से छह पैकेट एमडी (मॉर्फीन ड्रग्स),नौ किलो 800 ग्राम गांजा,तीन मोबाइल और 70 हजार रुपये बरामद हुए हैं। आरोपित मैनपुरी के कोतवाली थाना के लखानीम मील के सुधांशू पाल और रितिक शर्मा उर्फ चंदन को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
हरीपर्वत पुलिस ने दो आरोपितों को किया गिरफ्तार,गांजा और मॉर्फीन बरामद
पूछताछ में आरोपित सुधांशू ने बताया कि वह दिल्ली में रहकर पॉलिटेक्निक की पढ़ाई कर रहा था। इस दौरान पार्ट टाइम जाब के रूप में एक ऑनलाइन बाइक टैक्सी एप में काम करना शुरू किया। विभिन्न राइड के दौरान उसकी दिल्ली स्टेशन और गुड़गांव क्लब के कुछ तस्करों से बातचीत हो गई। उनसे तीन हजार में मॉर्फीन की एक गोली मिलती थी। गांजा भी वह किलो के हिसाब से बेचते थे। अधिक रुपये कमाने के लिए उसने तस्करों से माल लेकर आगरा सप्लाई करना शुरू कर दिया।
क्लबों में जाकर युवाओं को बेचता था गोलियां
यहां विभिन्न क्लबाें में जाकर युवाओं को पांच से सात हजार में गोली बेचते थे। मांगने पर ग्राहक को गांजे की पुड़िया भी सप्लाई करते थे। क्लबों में जाने और रास्ते में चेकिंग से बचने के लिए दस दिन पहले ही कार खरीदी थी। पुलिस आरोपितों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर अन्य तस्करों के बारे में पता कर रही है। |