यूपी एसटीएफ और दिल्ली पुलिस की टीमों ने की छात्रों और डाॅक्टरों से पूछताछ।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। दिल्ली ब्लास्ट में प्रयोग की गई आई-20 कार को ब्लास्ट के लिए दो लाख रुपये सेक्टर-37 स्थित रायल कार जोन से खरीदा गया था। कार खरीदने के लिए पुलवामा के कागज ही डीलर के पास जमा कराए गए थे। कार डीलर के अनुसार कार को खरीदने के लिए तीन लोग आए थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दो लाख उनके पास आए और एक व्यक्ति ऑटो में ही बैठा रहा। रायल कार जोन के मालिक अमित पटेल के अनुसार सुबह 10 बजे ओएलएक्स पर आई-20 कार देखकर तीन लोग आए थे। उन्होंने शाम को आने के लिए कहा था। इसके बाद शाम को आकर वह कार ले गए।
सोमवार को यूनिवर्सिटी में पहुंची यूपी एसटीएफ और दिल्ली पुलिस आतंकी गतिविधि का केंद्र बने अल फलाह यूनिवर्सिटी में सोमवार को जांच के लिए यूपी एसटीएफ और दिल्ली पुलिस की टीम जांच के लिए पहुंची।
दिल्ली ब्लास्ट के बाद से जांच एजेंसियों का यूनिवर्सिटी में लगातार आना जारी हैं। सूत्रों के अनुसार सोमवार को जांच टीमों ने करीब 20 छात्रों और डाॅक्टरों से डाॅ. शाहीन और डॉ. मुजम्मिल को लेकर ही पूछताछ की।
वहीं, इस बार अस्पताल में मौजूद कैंटीन पर काम करने वाले कर्मचारियों से भी पूछताछ की। यूनिवर्सिटी के छात्रों के अनुसार मुजम्मिल और उमर दोनों कैंटीन में भी एक साथ काफी समय व्यतीत करते थे।
हालांकि सोमवार को पूछताछ के बाद सभी को छोड़ दिया गया। जांच एजेंसी किसी को भी अपने साथ लेकर नहीं गई। यूनिवर्सिटी से निकलने के बाद जांच एजेंसियों ने फतेहपुर तगा में स्थित इमाम के मकान पर जाकर भी जांच की।
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