परिजनों ने सरकार से शव मंगाने की गुहार। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, गिरिडीह/डुमरी। डुमरी की मधगोपाली पंचायत के दुधपनिया गांव निवासी प्रवासी मजदूर का शव 22 दिनों से सऊदी अरब में पड़ा है। जबकि यहां शव के इंतजार में मृतक के स्वजन सदमे में हैं। मजदूर विजय की मौत वहां गोली लगने से हो गई थी। पत्नी समेत स्वजन का रो-रो कर बुरा हाल है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
विजय की मौत 22 दिनों पूर्व 24 अक्टूबर को फायरिंग में गोली लगने से हुई थी। पत्नी बसंती देवी का रो-रो कर बुरा हाल है। उनके दो पुत्र पांच वर्षीय ऋषि और तीन वर्षीय रोशन समेत सभी स्वजन बेसहारा हो गए हैं।
विजय का शव नहीं आने से उनके घर के चूल्हे नहीं जल रहे हैं। स्वजन हर दिन शव आने के इंतजार में रहते हैं। पति का शव सऊदी अरब से मागने को लेकर पत्नी बसंती देवी बार-बार सरकार से गुहार लगा रही है। मुआवजा की भी मांग कर रही।
पत्नी कहना है कि सऊदी अरब में हुंडई इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी में पति काम करते थे। 15 अक्टूबर की शाम पति का वाइस मैसेज आया था। मैसेज में था कि पुलिस किसी और पर गोली चला रही थी, लेकिन गोली गलती से उन्हें लग गई। बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां 24 अक्टूबर को उनका दम टूट गया।
इधर प्रवासी मजदूरों के हित में काम करने वाले समाजसेवी सिकंदर अली ने कहा कि इस क्षेत्र की बड़ी आबादी देश-विदेश में काम कर रही है। ऐसे में मजदूर के साथ घटना होने के बाद मुआवजा एक बड़ी समस्या होती है।
स्वजन भी मुआवजा नहीं मिलने तक परेशान रहते हैं। ऐसे में महीनों तक मजदूरों का शव विदेश में पड़ा रहता है। स्वजन हर दिन शव के इंतजार में रहते हैं। काफी मुश्किल से स्वजन को मुआवजे के साथ शव मिलता है। उन्होंने सरकार से अपील की कि मुआवजा के साथ विजय का शव सऊदी से जल्द घर पहुंचाया जाए। ताकि उनका अंतिम संस्कार किया जा सके। |