राज्य ब्यूरो, लखनऊ। बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में संगठन को मजबूत करने और चुनावी रणनीति बनाने के लिए राज्य के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को दिल्ली बुलाया है। 18 नवंबर को दिल्ली में होने वाली बैठक के दो एजेंडे तय किए गए हैं। पहला एजेंडा मतदाता सूची को दुरुस्त करने के लिए चलाए जा रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान का है। दूसरा एजेंडा उत्तर प्रदेश में संगठन की मजबूती और आगामी विधानसभा चुनाव है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और महासचिव केसी वेणुगोपाल भी इस बैठक में शामिल होंगे।बिहार में चुनावी हार के बाद कांग्रेस अब उत्तर प्रदेश में नई रणनीत के साथ आगे बढ़ने की तैयारी कर रही है। इस सिलसिले में कांग्रेस विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान को लेकर ज्यादा से ज्यादा नागरिकों को जागरूक करेगी। इस विशेष अभियान के जरिए फर्जी मतदाताओं को मतदाता सूची से हटाया जा रहा है।
अभियान पर लगातार प्रश्न चिह्न लगा रही कांग्रेस
कांग्रेस लगातार अभियान पर प्रश्न चिन्ह लगा रही है। दिल्ली में होने वाली बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष एसआइआर के मामले को लेकर कांग्रेस नेताओं के साथ विचार-विमर्श करेंगे। दिन में 11 बजे होने वाली बैठक में उन सभी राज्यों के कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी, अध्यक्ष और महासचिव को बुलाया गया है, जहां पर एसआइआर की प्रक्रिया चल रही है।इसके बाद दोपहर दो बजे उत्तर प्रदेश को लेकर विशेष बैठक रखी गई है।
इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय सहित 57 वरिष्ठ कांग्रेस नेता शामिल होंगे। इस बैठक में सरकार को घेरने के लिए मुद्दे तय किए जाए जाएंगे। साथ ही संगठन को मजबूत करने को लेकर चलाए जा रहे विभिन्न अभियानों की समीक्षा की जाएगी।
कांग्रेस कर रही ये विचार
इसके अलावा कांग्रेस के प्रवक्तता और अन्य पदों के लिए नए चेहरों को आगे लाने पर विचार किया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि उत्तर प्रदेश में महागठबंधन को लेकर भी इस बैठक में कांग्रेस नेताओं से सुझाव लिए जाएंगे। कई वरिष्ठ नेता बीते लोकसभा चुनाव से कांग्रेस को अपने दम पर चुनाव लड़ने की सलाह दे रहे हैं। इसलिए इस मुद्दे पर बैठक में खुलकर चर्चा होने की उम्मीद की जा रही है। |