फाइल फोटो।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। रांची के धुर्वा डैम में शुक्रवार देर रात हुई दर्दनाक घटना के 48 घंटे बीत जाने के बावजूद जुगसलाई थाना क्षेत्र के रथ गली निवासी सतेंद्र कुमार का कोई सुराग नहीं मिल सका है। सतेंद्र कुमार, जो जमशेदपुर में न्यायाधीश अजीत कुमार सिंह के चालक थे। डैम में हुई कार दुर्घटना में लापता हो गए थे। घटना स्थल से उनका मोबाइल फोन पुलिस को बरामद हुआ है, लेकिन उनका कोई पता नहीं चल सका है। परिजन रांची में डेरा डाले हुए हैं और रविवार को भी एनडीआरएफ की टीम सतेंद्र की खोज में डैम के विभिन्न हिस्सों में तलाश अभियान जारी रखे रही। हालांकि, अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी। हादसे के बाद से स्वजनों के बीच बेचैनी और उम्मीद के बीच गहरा दुख छाया हुआ है। यह हादसा शुक्रवार रात उस समय हुआ जब दो न्यायाधीशों के अंगरक्षक और चालक कार से यात्रा कर रहे थे। अचानक, यह कार अनियंत्रित होकर सीधे धुर्वा डैम में गिर गई। घटना की सूचना मिलते ही एनडीआरएफ और स्थानीय गोताखोरों ने तत्काल तलाशी अभियान शुरू किया। शनिवार को हुई गहन तलाश के बाद डैम से तीन शव बरामद किए गए थे। इनकी पहचान जमशेदपुर के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के अंगरक्षक रांबिस कुमार, चालक अनिल कुमार सिंह और परिवार न्यायालय के न्यायाधीश के अंगरक्षक उपेंद्र कुमार सिंह के रूप में हुई थी। अनिल कुमार सिंह जिला जज के स्टाफ क्वार्टर में रहते थे, जबकि रांबिस कुमार बिहार के गया जिले के टिकारी थाना क्षेत्र के संडा गांव के निवासी थे, और उपेंद्र कुमार सिंह सारण जिले के मांझी थाना क्षेत्र के नटवर परशुराम गांव के रहने वाले थे।
हालांकि, सतेंद्र कुमार की तलाश अभी भी जारी है और एनडीआरएफ की टीम ने डैम के विभिन्न हिस्सों में खोजबीन को तेज कर दिया है। स्वजन आशा और चिंता के बीच उनकी सलामती की दुआ कर रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें |