हिसार में कुत्तों का आतंक जारी है। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, हिसार। जिले में कुत्तों का आतंक जारी है। नागरिक अस्पताल में रोजाना 20 के करीब डॉग बाइट के मामले सामने आ रहे है। शुक्रवार को भी नागरिक अस्पताल में 20 से अधिक डॉग बाइट के मामले सामने आए। इनमें से चार मामलों में कुत्तों ने बच्चों पर हमला किया था।। हालांकि बीच-बचाव करने से बच्चों का बचाव हो गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जिससे बच्चों को हल्की खरोंचे आई थी, इससे पहले वीरवार को पटेल नगर में एक 10 वर्ष के बच्चे को कुत्ते ने गंभीर रूप से काट लिया था। उस समय पार्षद महेंद्र जूनेजा ने बच्चे की जान बचाई थी। हालांकि नगर निगम की ओर से कुत्तों के बधियाकरण का काम अक्टूबर माह के अंत से जारी किया गया है, लेकिन बावजूद कुत्तों के काटने के मामलों में कोई कमी नहीं आ रही है। हर माह औसतन 580 के करीब डॉग बाइट के मामले आ रह है।
गली-मुहल्लों के साथ सेक्टरों में भी कुत्तों का आतंक
शहर में गली-मुहल्लों में तो आवारा कुत्तों की भरमार है ही साथ ही सेक्टरों में भी कुत्तों का आतंक जारी है। सेक्टर 13, सेक्टर 9-11, सेक्टर 1-4, सेक्टर 14 में कुत्तों की बहुत अधिक भरमार है। यहां रहने वाले लोग कुत्तों के आतंक से परेशान है। एसोसिएशनें भी इस बारे में लगातार शिकायतें कर चुकी है। लेकिन कुत्तों के आतंक से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है। इससे लोगों में डर का माहौल है बना हुआ है। कई लोग घायल भी हो रहे हैं। सुबह सैर पर निकले लोग, बच्चों को स्कूल छोड़ने वाले अभिभावक, साइकिल-मोटरसाइकिल सवार अक्सर डॉग बाइट के शिकार हो रहे हैं।
शहर में 5000 के करीब आवारा कुत्ते
नगर निगम ने कुछ दिन पहले ही कुत्तों के बधियाकरण का अभियान शुरू किया है। शुरूआती 20 दिनों में 350 के करीब कुत्तों का बधियाकरण किया गया था। निगम का अनुमान है कि शहर में लगभग 5,000 आवारा कुत्ते हैं। टेंडर के अनुसार एजेंसी को 6 माह में 5 हजार कुत्तों का टीकाकरण व बधियाकरण करना होगा। एजेंसी एक कुत्ते के लिए निगम प्रशासन से 1400 रुपये लेगी। हालांकि एजेंसी ने इस कार्य के लिए प्रति कुत्ते के हिसाब से 1650 रुपये मांगे थे। एजेंसी जिस क्षेत्र से कुत्तों को पकड़कर ले जाएगी, टीकाकरण व बधियाकरण के बाद उसी क्षेत्र में वापस छोड़ना होगा।
कुत्तों के काटने से रेबीज का खतरा रहता है। इससे बचाव के लिए घाव को साबून से धोना चाहिए। इससे संक्रमण से बचाव रहता है। साथ ही टीकाकरण बहुत जरूरी है। कुत्ता अगर पागल हो तो रेबीज फैलने का अधिक खतरा होता है। -डॉ. ज्ञानेंद्र, फिजिशियन, हिसार।
पटेल नगर में पार्क के पास कुत्तों की भरमार है। यहां पर कई कुत्ते हर आने जाने वाले पर हमला कर देते है। रोजाना ही एक दो लोगों को काट लेते है। -पूर्व पार्षद महेंद्र जूनेजा, पटेल नगर, हिसार। |