World Diabetes Day 2025: ऑफिस डेस्क पर बैठे-बैठे कैसे बढ़ रहा है डायबिटीज का खतरा? (Image Source: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। ऑफिस में काम करते हुए हम अक्सर कुछ ऐसी आदतें बना लेते हैं, जिन पर ध्यान ही नहीं जाता है, लेकिन यही दिनभर की छोटी-छोटी हैबिट्स, खासकर डायबिटीज के मरीजों के लिए, बड़ी परेशानी का कारण बन सकती हैं। जी हां, कई बार लोग समझ ही नहीं पाते कि उनकी डायबिटीज बिगड़ क्यों रही है, जबकि असली वजह उनके ऑफिस की रूटीन में ही छिपी होती है (Desk Job Mistakes That Worsen Diabetes Risk)। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स के एंडोक्राइनोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. सप्तर्षि भट्टाचार्य बताते हैं कि ऑफिस का माहौल और काम करने का तरीका, दोनों ही ब्लड शुगर को प्रभावित करते हैं। अगर इन आदतों को समय रहते पहचाना न जाए, तो डायबिटीज कंट्रोल करना और भी मुश्किल हो सकता है।
लंबे समय तक बैठे रहना
अधिकतर ऑफिस जॉब्स में लोग घंटों कुर्सी पर बैठे रहते हैं। लगातार बैठने से शरीर की कैलोरी बर्न करने की क्षमता धीमी पड़ जाती है। इससे मेटाबोलिज्म धीमा और इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ सकता है। इसका मतलब है कि शरीर ग्लूकोज को ऊर्जा में बदलने में कमजोर होता जाता है और ब्लड शुगर आसानी से बढ़ने लगता है। अगर आपका काम बैठकर करने वाला है, तो हर घंटे 3–5 मिनट चलना आपकी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है।
खानपान का बिगड़ा हुआ शेड्यूल
मीटिंग्स, डेडलाइन और बिजी शेड्यूल की वजह से कई लोग समय पर खाना नहीं खा पाते। कभी लंच लेट करना या कई बार उसे पूरी तरह स्किप कर देना, ब्लड शुगर में तेज उतार-चढ़ाव ला सकता है। ऐसे बदलाव डायबिटीज के मरीजों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं, क्योंकि शरीर को एक तय समय पर ऊर्जा की जरूरत होती है। सिंपल उपाय है- अपने मेन टाइम्स को फिक्स रखें और पहले से प्लान करके चलें। चाहें तो छोटा-सा स्नैक साथ रखें ताकि भूखे रहने की नौबत न आए।
लगातार स्ट्रेस और डेडलाइन का दबाव
ऑफिस का तनाव कई लोगों के लिए रोजमर्रा की बात है, लेकिन डायबिटीज वालों के लिए यह तनाव ग्लूकोज लेवल को अचानक बढ़ा सकता है। स्ट्रेस में शरीर कॉर्टिसोल नामक हार्मोन रिलीज करता है, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित रहने नहीं देता। लगातार दबाव में रहना या जल्दबाजी की स्थितियों में काम करना डायबिटीज को और कठिन बना देता है। मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग, छोटे ब्रेक और समय पर काम को मैनेज करना स्ट्रेस कम करने में मदद करता है।
रात में कम नींद लेना
ऑफिस के लंबे घंटे, देर तक काम करने की आदत या तनाव के कारण नींद कम हो जाती है। अपर्याप्त नींद शरीर को थका देती है और इंसुलिन के असर को कम कर देती है, जिससे ब्लड शुगर जल्दी बढ़ता है। एक डायबिटिक व्यक्ति के लिए 7–8 घंटे की गुणवत्तापूर्ण नींद बेहद जरूरी है।
चाय, कॉफी और मीठे स्नैक्स
काम के बीच एनर्जी के लिए लोग कई बार कॉफी, चाय या मीठे स्नैक्स का सहारा लेते हैं। लगातार कैफीन लेना या मीठा खाना ब्लड शुगर को तेजी से ऊपर ले जाता है। अगर आपको एनर्जी की जरूरत महसूस हो, तो फल, नट्स या हेल्दी स्नैक्स बेहतर ऑप्शन हैं।
कैसे करें सुधार?
छोटी-छोटी आदतें ही डायबिटीज कंट्रोल में बड़ा फर्क ला सकती हैं।
आप अपनी दैनिक ऑफिस रूटीन में कुछ आसान बदलाव करके ब्लड शुगर को स्थिर रख सकते हैं:
- हर घंटे कुछ मिनट खड़े होकर चलें
- पर्याप्त पानी पिएं
- भोजन को पहले से प्लान करें
- स्ट्रेस कम करने के लिए छोटी-छोटी ब्रेक लें
- कैफीन और मीठे स्नैक्स को सीमित करें
- समय पर सोने और उठने की आदत बनाएं
डायबिटीज केवल दवाइयों से नियंत्रित नहीं होती, बल्कि दिनभर की आपकी आदतें भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। ऑफिस की छोटी-छोटी गलतियों को सुधारकर आप अपने ब्लड शुगर को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं। जिंदगी की भागदौड़ चाहे जितनी हो, अपने स्वास्थ्य के लिए थोड़ी-सी सावधानी और थोड़ा-सा अनुशासन बेहद जरूरी है।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें। |