सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, पीलीभीत। विश्व हिंदू परिषद के शाहजीपुर (शाहजहांपुर) के विभाग संगठन मंत्री प्रिंस गौड़ के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत कराकर जेल भेजने के पांचवें दिन ही एडीएम वित्त एवं राजस्व ऋतु पूनिया को पीलीभीत से हटा दिया गया। उनको प्रतीक्षारत रखा गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
प्रिंस गौड़ के शनिवार रात को जेल भेजे जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया था। विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री राजेश कुमार और प्रांत सह‑प्रमुख धर्म प्रसार देवेंद्र सिंह सोम ने पीलीभीत में आकर आंदोलन करने की चेतावनी दी। माना जा रहा है कि इसी के बाद ऋतु पूनिया को हटाया गया।
एडीएम वित्त एवं राजस्व की ओर से रंगदारी मांगने की प्राथमिकी दर्ज कराकर भेजा गया था जेल
एडीएम (वित्त एवं राजस्व) ऋतु पूनिया के खिलाफ फर्जी शिकायत और रंगदारी मांगने के आरोप लगाते हुए विश्व हिंदू परिषद के संगठन मंत्री प्रिंस गौड़ ने मंडलायुक्त से शिकायत की थी। इसमें उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाए थे, लेकिन आरोपों की प्रमाणिकता नहीं होने की वजह से एडीएम ने प्रिंस गौड़ के विरुद्ध छह नवंबर को प्राथमिकी पंजीकृत कराई थी। इसके बाद पुलिस ने आठ नवंबर को प्रिंस को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था, उसी रात प्रिंस की तबीयत खराब हो गई, जिस पर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
विहिप नेताओं ने तीन दिन बाद आंदोलन की दी थी चेतावनी
नौ नवंबर को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे जिला अस्पताल में प्रिंस से मिलने पहुंचे विहिप प्रांत सह‑प्रमुख धर्म प्रसार देवेंद्र सिंह सोम ने इस कार्रवाई पर नाराजगी जताने के साथ ही इसे सोची‑समझी साजिश बताया था। इसके बाद विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री राजेश कुमार ने प्रिंस गौड़ से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा था कि संगठन कार्यकर्ता के सम्मान में सब कुछ करेगा। प्रशासन से बात चल रही है। इसके बाद वह सोमवार को डीएम और एसएसपी से मिले थे। वहीं, शासन स्तर पर भी शिकायत की गई थी।
इसके बाद ऋतु पूनिया को पीलीभीत से स्थानांतरित कर दिया गया, उनके स्थान पर मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी एसडीएम प्रसून द्विवेदी को पीलीभीत का एडीएम वित्त एवं राजस्व अधिकारी बनाया गया। ऋतु पूनिया को प्रतीक्षारत रखा गया। |