खेल मंत्री सूर्यवंशी सूरज
शेषनाथ राय, भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने राज्य की खेल प्रतिभाओं को नई उड़ान देने और खेल संस्कृति को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए एक व्यापक खेल अभियान की शुरुआत की है। राज्य के खेल इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी स्तर की अवसंरचना विकास योजनाएं एक साथ लागू की जा रही हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
लक्ष्य स्पष्ट है—हर प्रखंड से निकलेगा एक चैंपियन, जमीने स्तर से भविष्य के चैंपियन बाहर आएंगे और ओडिशा एवं देश का नाम रोशन करेंगे उक्त बातें दैनिक जागरण से बात करते खेल मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने कही है।
314 प्रखंडों में बनेंगे ब्लॉक स्तरीय स्टेडियम
खेल मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने सभी 314 प्रखंडों में स्टेडियम निर्माण करने का निर्णय लिया है और इसके लिए 4,124 करोड़ रुपए स्वीकृत की है।
यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए हैं कि खेल सुविधाएं अब केवल राजधानी या बड़े शहरों तक सीमित न रहें, बल्कि ग्रामीण और दूरस्थ इलाकों तक भी पहुंचे। इसके माध्यम से गांवों में छिपी खेल प्रतिभाओं को न केवल पहचान मिलेगी, बल्कि उन्हें आगे बढ़ने का मंच भी मिलेगा।
30 जिलों में शुरू हुए खेलो इंडिया केंद्र
मंत्री ने दैनिक जागरण को बताया कि राज्य के 30 जिलों में 30 “खेलो इंडिया केंद्र” शुरू किए गए हैं।प्रत्येक केंद्र को संचालन हेतु 5 लाख की वार्षिक अनुदान राशि दी जा रही है।यहां राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर उपलब्धियां हासिल कर चुके पूर्व खिलाड़ियों को कोच नियुक्त किया जा रहा है, जिससे युवा खिलाड़ियों को अनुभवी मार्गदर्शन मिलेगा।
सीएम ट्रॉफी (अंडर-15) फुटबॉल चैंपियनशिप – नई प्रतिभाओं का मंच
खेल मंत्री ने कहा कि पहली बार ओडिशा में सीएम ट्रॉफी (अंडर-15) फुटबॉल चैंपियनशिप आयोजित की गई।इस प्रतियोगिता ने गांव-गांव से युवा फुटबॉलरों को एकजुट कर बड़ा मंच दिया।कई अनदेखी प्रतिभाएं राज्य स्तर पर उभरकर सामने आई हैं, जो भविष्य में राष्ट्रीय टीम का हिस्सा बन सकती हैं।
खेल अवसंरचना में बड़े निवेश की झलक
राज्यभर में 13 स्विमिंग पूल (50 मीटर प्रत्येक)बनाए गए हैं और इसके लिए सरकार ने 22 करोड़ खर्च किया है। केंदुझर, मयूरभंज, सुंदरगढ़ में 60 करोड़ रुपए खर्च कर तीरंदाजी अकादमी खोली गई है। पुरी में 23.5 करोड़ रुपए खर्च कर हैंडबॉल अकादमी खोली गई है।
केंदुझर, ढेंकानाल, संबलपुर, धामनगर, गंजाम, कोरापुट में 6 क्षेत्रीय खेल हब बनाए जा रहे हैं जिसके लिए सरकार ने 600 करोड़ रुपए मंंजूर किए हैं।
छह क्षेत्रीय खेल हब – भविष्य के ओलंपियनों की फैक्ट्री
खेल मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने कहा कि यह परियोजना ओडिशा को खेल मानचित्र पर नई पहचान देगी।इससे निकलने वाले हमारे युवा भविष्य के ओलंपियन खिलाड़ी बनेंगे। इसके लिए मल्टी-स्पोर्ट प्रशिक्षण केंद्र, इंटरनेशनल स्तर की सुविधाएं, एथलीट हॉस्टल, प्रशासनिक सहायता केंद्र की व्यवस्था खेल विभाग की तरफ से की गई है।
इन हब्स के माध्यम से खेल का विकेंद्रीकरण होगा और आदिवासी व ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाएं सीधे राज्य व राष्ट्रीय मंच तक पहुंच पाएंगी।सरकार का लक्ष्य है हर गांव, हर घर में एक खिलाड़ी।इन योजनाओं से ओडिशा में एक मजबूत खेल पारिस्थितिकी तंत्र तैयार हो रहा है।सरकार विश्वास जता रही है कि आने वाले वर्षों में भारत को उसके कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ओडिशा की धरती से मिलेंगे। |