डायन के शक में हत्या के तीन आरोपी गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, लोहरदगा। लोहरदगा जिले के पेशरार थाना क्षेत्र के केकरांग बरटोली गांव में अंधविश्वास में डायन बताकर एक ही परिवार के तीन लोगों की बर्बरतापूर्ण हत्या कांड में तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर पुलिस ने शनिवार को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। तिहरे हत्याकांड में गिरफ्तार तीनों आरोपितों को मीडिया के सामने लाकर पूरे मामले का खुलासा एसपी सादिक अनवर रिजवी ने की। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उन्होंने बताया कि मृतकों में पति, पत्नी और उनका मासूम बेटा शामिल था। जिसकी सूचना मिलने के बाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी किस्को वेदांत शंकर के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया। साथ ही उन्होंने त्वरित गति से मामले का उद्भेदन करने के साथ आरोपितों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था।
एसपी ने बताया कि गठित टीम ने रांची से फोरेंसिक टीम को बुलाकर घटनास्थल की गहन जांच कराई। नौ अक्टूबर को फोरेंसिक जांच के बाद 10 अक्टूबर को डॉग स्क्वॉड की सहायता से साक्ष्य जुटाए गए। जिसके बाद पुलिस टीम ने घटना के 48 घंटे के भीतर इस सनसनीखेज ट्रिपल मर्डर कांड का खुलासा कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर शनिवार को लोहरदगा जेल भेज दिया।
घर में घुसकर हत्या
एसपी ने बताया कि 8 और 9 अक्टूबर की मध्यरात्रि इस वारदात को अंजाम दिया गया था। जिसमें बरटोली गांव निवासी लक्ष्मण नगेशिया (47), उनकी पत्नी बिफनी नगेशिया (47) और लगभग 9 वर्षीय पुत्र रामविलास नगेशिया की हत्या अज्ञात अपराधियों ने घर में घुसकर कर दी।
सुबह जब ग्रामीणों ने खून से लथपथ शव देखा तो गांव में दहशत फैल गई। घटना की सूचना मिलते ही पेशरार थाना प्रभारी ने वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना दी। जिसके बाद मौके पर पहुंचे एसडीपीओ के साथ अन्य पुलिस पदाधिकारी और जवानों को मामले की जांच के क्रम में कुछ संदिग्धों के बारे में जानकारी मिली।
जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए चार लोगों को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ के बाद 48 घंटे के भीतर तीन आरोपित, जिसमें सुखनाथ नगेशिया (26), बिंदेश्वर नगेशिया (21) और संचरवा नगेशिया (19), सभी निवासी केकरांग बरटोली निवासी हैं उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि अन्य को छोड़ दिया गया।
इन गिरफ्तार अपराधियों की निशानदेही पर खून से सनी कुदाल, पत्थर और वारदात के समय पहने कपड़े बरामद और मोटरसाइकिल बरामद किए गए।
डायन बताकर की गई हत्या
एसपी ने बताया कि इस वारदात में गिरफ्तार आरोपितों ने पूछताछ में एसआईटी टीम को बताया कि उन्हें अंधविश्वास था कि मृतका बिफनी नगेशिया झाड़-फूंक और ओझागुणी करती है।
उनका विश्वास था कि बिफनी की वजह से सुखनाथ की पत्नी का गर्भपात हुआ और बिंदेश्वर की मां बीमार रहती थी। इसी अंधविश्वास और प्रतिशोध की भावना से ग्रसित होकर तीनों ने बिफनी और उसके परिवार को खत्म करने की योजना बनाई।
8-9 अक्टूबर की रात को तीनों ने मिलकर कुदाल और पत्थर से पति-पत्नी और बच्चे की बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के बाद सभी आरोपित घर छोड़कर फरार हो गए थे।
मकसद बना अंधविश्वास, मौत के शिकार तीन निर्दोष
एसपी सादिक अनवर रिजवी के अनुसार, यह हत्या किसी संपत्ति विवाद या झगड़े का परिणाम नहीं, बल्कि अंधविश्वास की भयावह परिणति है। मृतका बिफनी नगेशिया को गांव में ओझा-गुनी के रूप में देखा जाता था और इसी कारण से तीन निर्दोष लोगों की जान चली गई।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपियों के घर से कई साक्ष्य बरामद किए। जिसमें खून से सनी लकड़ी की बेंट वाली कुदाल, खून लगा पत्थर, आरोपियों के पहने कपड़े (टी-शर्ट, लोवर, जैकेट आदि) और बिंदेश्वर के घर से एक हीरो एचएफ डीलक्स मोटरसाइकिल संख्या जेएच01सीडब्ल्यू-8978 को बरामद किया गया। एसपी ने बताया कि कपड़ों और हथियारों पर मिले खून के धब्बों का डीएनए परीक्षण कराया जाएगा।
पुलिस टीम को मिली सफलता
लोहरदगा के पेशरार में ट्रिपल मर्डर कांड की जांच और छापेमारी में एसडीपीओ वेदांत शंकर के नेतृत्व में पेशरार थाना प्रभारी बिरेंद्र कुमार, बगडू थाना प्रभारी दिनेश कुमार, महिला थाना प्रभारी जेनी सुधा तिग्गा, एसआई संजय कुमार, एएसआई श्रीकांत दास,, तकनीकी शाखा के नीरज मिश्र, अजय कुमार महतो, पीटर मिंज, नैमन बारला, शैलेंद्र सिंह, आत्मा प्रकाश उरांव समेत सैट-75 और सैट-79 बल के जवान भी शामिल थे।
अंधविश्वास के खिलाफ एसपी को कड़ा संदेश
लोहरदगा पुलिस अधीक्षक सादिक अनवर रिजवी ने कहा कि यह मामला अंधविश्वास और सामाजिक कुरीतियों के खतरनाक परिणाम को दर्शाता है। उन्होंने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि ऐसे विश्वासों से दूर रहें और किसी भी प्रकार के अंधविश्वास या अफवाह की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी
लोहरदगा के पेशरार में ट्रिपल मर्डर कांड के बाद मृतक लक्ष्मण नगेसिया और बिफनी नगेसिया की बहु सुखमनिया नगेसिया के बयान पर नौ अक्टूबर को पेशरार थाना में कांड संख्या साथ 7/25 दर्ज किया है।
जिसमें बीएनएस की धारा 103 (1) और 3(5) के तहत अज्ञात हत्यारे के विरुद्ध कांड पंजीकृत किया गया है। जिसमें गिरफ्तार तीनों आरोपियों को शनिवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। |