राघोपुर से प्रशांत किशोर का चुनावी शंखनाद
विकाश चंद्रा, पटना। बिहार में सबसे पहले प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करने के बाद अब प्रशांत किशोर शनिवार को राघोपुर से जन सुराज पार्टी के चुनावी अभियान की शुरुआत कर रहे हैं। वहां निकलने से पहले पटना में उन्होंने मीडिया से कहा कि राघोपुर से मेरे चुनाव लड़ने की चर्चा मात्र से तेजस्वी यादव दूसरी सीट की तलाश करने लगे हैं। हार का ऐसा भय है। अगर मैं स्वयं राघोपुर में उतर गया तो फिर तेजस्वी को वहां से भागना ही पड़ेगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
प्रशांत किशोर ने अपने राघोपुर दौरे पर कहा, “मैं राघोपुर जा रहा हूं... अभी सीट पर फैसला करना है। कल होने वाली केंद्रीय समिति की बैठक से पहले मैं वहां लोगों से मिलूंगा और उनकी राय जानूंगा। कल राघोपुर और अन्य सीटों पर फैसला लिया जाएगा। राघोपुर की जनता जो भी फैसला करेगी, वही होगा।
तेजस्वी यादव को दो सीटों से चुनाव लड़ना पड़ेगा
वहीं तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि अगर मैं राघोपुर से चुनाव लड़ता हूं तो तेजस्वी यादव को दो सीटों से चुनाव लड़ना पड़ेगा। उन्हें भी वही स्थिति का सामना करना पड़ेगा जो राहुल गांधी को अमेठी में करना पड़ा था।
भोजपुरी गायक-अभिनेता और भाजपा नेता पवन सिंह के बिहार विधानसभा चुनाव न लड़ने के स्पष्टीकरण पर जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा, “यह मेरा \“प्रभाव\“ नहीं है।
NDA नेताओं को भी जनता की अदालत में ललकारा
इसके साथ ही उन्होंने कहा चार लोग - सम्राट चौधरी, मंगल पांडे, दिलीप जायसवाल, जिनमें अशोक चौधरी भी शामिल हैं, जिन्होंने मुझे अदालत में चुनौती दी और कहा कि वह अब जनता की अदालत में जाएंगे, अब मैं चाहता हूं कि वे घोषणा करें कि वे कहां से चुनाव लड़ेंगे... पवन सिंह मेरे दोस्त हैं, चाहे वह कहीं भी हों।
उन्होंने आगे कहा पवन सिंह के पारिवारिक मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मैं कल उनकी पत्नी से मिला था, लेकिन यह राजनीतिक कारणों से नहीं था। पवन सिंह मुझसे क्यों डरेंगे? मेरी उनसे कोई दुश्मनी नहीं है; मैं उनका दोस्त हूं... केवल तेजस्वी यादव, जिन्हें राघोपुर के लोगों ने वोट दिया था - उन्होंने उनके माता-पिता को सीएम बनाया, और उन्हें डिप्टी सीएम बनाया। अब, वहां के लोग मुश्किल में हैं, लेकिन तेजस्वी को इसकी परवाह नहीं है। वह इस वजह से डरे हुए होंगे। |