जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। कांच की रंग-बिरंगी चूड़ियों के नाम से देशभर में प्रसिद्ध शहर को महानगरों की तर्ज पर विकसित करने में तकनीकी विशेषज्ञ मदद ली जाएगी। शासन की प्राथमिकता पर नगर निगम प्रशासन द्वारा गुडगांव की एक प्राइवेट कंपनी के माध्यम से तीन विशेषज्ञों की तैनाती की जा रही है। इसके लिए ई-टेंडर प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
प्रदेश सरकार द्वारा नगर निकायों को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। राज्य स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहर में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) प्रोजेक्ट संचालन के साथ पहला स्मार्ट रोड भी तैयार हो चुका है।
नगर निगम प्रशासन को अक्सर बड़े प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने के लिए प्राइवेट आर्कीटेक्ट अथवा तकनीकी विशेषज्ञों से संपर्क करना पड़ता है, जिससे बड़े प्रोजेक्ट पर कार्य देरी से शुरू हो पाता है। शहर को तेजी से विकसित करने के लिए नगर निगम प्रशासन ने गुडगांव की एक प्राइवेट कंपनी ग्रांट थ्रोटन भारत प्रालि. के माध्यम से तीन तकनीकी विशेषज्ञ आइटी विशेषज्ञ, अर्बन प्लानर और स्वच्छ भारत मिशन विशेषज्ञ की तैनाती की जा रही है।
नगर आयुक्त ऋषि राज ने बताया कि प्राइवेट कंपनी के माध्यम से तकनीकी विशेषज्ञों की तैनाती होने पर सबसे पहले जन्म-मृत्यु की व्यवस्था में सुधार किया जाएगा। इससे किसी भी आवेदक को प्रमाण-पत्र से जुड़ी जानकारी के लिए कार्यालय तक दौड़ लगानी पड़े।
निर्माण विभाग में ई-टेंडर प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जाएगा, जिससे कोई ठेकेदार टेंडर मैनेज न कर सकें। इसके साथ राज्य स्मार्ट सिटी, सीएम ग्रिड, एन कैप, स्वच्छ भारत मिशन सहित बड़े प्रोजेक्ट को बेहतर तरीके से धरातल पर उतारने में इनकी मदद ली जाएगी। |