एनएचएआई के फार्मूले को देखते हुए वार्षिक पास राशि निर्धारित करने की तैयारी।
बलवान करिवाल, चंडीगढ़। नगर निगम ने शहर में सभी पार्किंग के लिए मासिक पास कार के लिए 500 और दोपहिया के लिए 250 रुपये में देना तय किया था। पास तैयार कराने के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) तक जारी करने की तैयारी थी। इसी बीच यूटी प्रशासन ने यह पास लागू करने से पहले नेशनल हाईवे अथाॅरिटी आफ इंडिया (एनएचएआई) का पास माॅडल भी देखने को कहा है। एनएचएआई पूरे देश के टोल प्लाजा का वार्षिक पास तीन हजार रुपये में दे रही है। जबकि निगम का वार्षिक पास 500 रुपये के हिसाब से 6000 रुपये प्रतिवर्ष का पड़ेगा। वार्षिक पास लेने पर भी लोगों को कोई फायदा नहीं मिलेगा। अब निगम के अधिकारी एनएचएआई के माॅडल पर वार्षिक पास के रेट तय करने पर माथा-पच्ची कर रहे हैं।
नगर निगम ने पास की वजह से स्मार्ट पार्किंग का मामला फिलहाल टाल दिया था। पास लाॅन्च करने के बाद स्मार्ट पार्किंग का निर्णय होगा। अधिकारियों का मानना है कि अगर यह पास बड़ी संख्या में ले लिया जाता है तो पार्किंग रेट बढ़ाने की जरूरत नहीं होगी। इसलिए पार्किंग का रिक्वेस्ट फाॅर प्रपोजल (आरएफपी) अभी निगम सदन में नहीं लाया जाएगा। आरएफपी में पार्किंग के रेट घंटों के हिसाब से निर्धारित किए गए हैं। जबकि अभी कार के लिए पूरा दिन के 14 तो दोपहिया के लिए सात रुपये लगते हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पास फेल न हो इसलिए एंट्री पर होगी सख्ती
अभी पार्किंग में तैनात कर्मी उस तरह से फीस वसूलने में सक्रियता नहीं दिखाते जैसे आउटसोर्स पर पार्किंग चले जाने के बाद उनके कर्मी करते हैं। निगम के पास तभी लोग लेंगे जब पार्किंग एंट्री व एग्जिट पर फीस अनिवार्य हो जाएगी। पास फेल न हो इसलिए एंट्री और एग्जिट पर सख्ती बढ़ेगी। अभी जो पार्किंग फीस है उस हिसाब से एक सिंगल पार्किंग का कार पास ही 420 रुपये का पड़ता है। जबकि निगम सभी पार्किंग के लिए पास 500 रुपये में देगी। निगम को उम्मीद है कि रोजाना आवाजाही वाले लोग पास लेंगे। इससे निगम को उससे कहीं अधिक राजस्व मिल जाएगा जितना पार्किंग को स्मार्ट सॉल्यूशन लागू करने के लिए आउटसोर्स करने से भी नहीं मिलेगा।
89 में से 73 पार्किंग ही पेड, राजस्व का नुकसान
नगर निगम 89 पेड पार्किंग स्थल संचालित करता है, जो लगभग 5.22 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले हैं और इनमें 16,030 कार पार्क हो सकती हैं। पहले ये पार्किंग स्थल निजी कंपनियां संचालित कर रही थीं, लेकिन करोड़ों के कथित घोटाले के बाद निगम ने फरवरी 2024 में यह पार्किंग वापस लेकर इनमें से 73 पार्किंग स्थल खुद संचालित करने शुरू किए। शेष पार्किंग स्थल फिलहाल निशुल्क चल रहे हैं, क्योंकि निगम के पास पर्याप्त स्टाफ इन्हें संचालित करने के लिए नहीं है। हालांकि निगम को पार्किंग खुद चलाने से काफी नुकसान हो रहा है। सभी पार्किंग चलाई भी नहीं जा रही हैं। |