अपनी मांगों को लेकर ठेका कर्मियों ने लिंडे इंडिया गेट के सामने किया विरोध प्रदर्शन।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। झारखंड के जमशेदपुर में लिंडे इंडिया (पूर्व में बीओसी इंडिया) के बर्मामाइंस स्थित मुख्य गेट पर जोहार झारखंड श्रमिक महासंघ के आह्वान पर शनिवार को सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक जाम लगाया गया। इस दौरान कंपनी के वाहनों की आवाजाही को पूरी तरह रोक दिया गया, जिससे प्लांट की गतिविधियां प्रभावित रहीं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें महासंघ के महामंत्री राजीव पांडेय ने बताया कि मेसर्स साई इंजीनियरिंग कंपनी में कार्यरत दो ठेकाकर्मी पिछले 10 वर्षों से स्थायी प्रवृत्ति का काम कर रहे थे। इसके बावजूद दोनों को बिना पूर्व सूचना, और बिना मुआवजे के काम से अलग कर दिया गया। मजदूरों का बकाया वेतन, ओवरटाइम, ग्रेच्युटी और छंटनी मुआवजा अब तक नहीं दिया गया है। श्रमिक प्रतिनिधियों ने बताया कि मामला पिछले तीन वर्षों से श्रम विभाग में विचाराधीन है, लेकिन मुख्य नियोजक लिंडे इंडिया और ठेका कंपनी साई इंजीनियरिंग दोनों ही सुनवाई में उपस्थित नहीं होते। मजदूरों का आरोप है कि कंपनी जानबूझकर मामले को लटका रही है, जिससे उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा। राजीव पांडेय ने कहा कि जब तक प्रबंधन वार्ता के लिए आगे नहीं आएगा, आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कंपनी प्रबंधन ने बातचीत की पहल नहीं की, तो आने वाले दिनों में अनिश्चितकालीन गेट जाम किया जाएगा। श्रमिक महासंघ ने स्पष्ट किया कि उनकी मांगें बुनियादी और न्यायसंगत हैं, इसलिए कंपनी को जल्द समाधान निकालना चाहिए। |