जागरण संवाददाता, मेरठ। भारतीय किसान यूनियन के जिला उपाध्यक्ष और उनके परिवार के साथ दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे स्थित काशी टोल प्लाजा पर गुरुवार की सुबह एक कर्मचारी के द्वारा की गई बदसलूकी को लेकर भाकियू के पदाधिकारियों ने धरना दिया। इस दौरान गुस्साए किसानों ने पांच लेन को करीब आधे घंटे तक फ्री भी कराया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
भाकियू जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने बताया कि उनके जिला उपाध्यक्ष शनि प्रधान सिसौला अपने परिवार के साथ गुरुवार की सुबह गाजियाबाद से एक शादी समारोह से लौट रहे थे। जब वह काशी टोल पर पहुंचे तो उन्होंने अपना भाकियू का आइकार्ड दिखाया। जिसे एक कर्मचारी ने फर्जी बताते हुए शनि के साथ बदसलूकी करनी शुरू कर दी। जिसके बाद अनुराग चौधरी को सूचना दी गई।
वह अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे और धरना देना शुरू कर दिया और सड़क पर ही हुक्का गुड़गुड़ाया। इस दौरान भाकियू ने टोल की दोनों तरफ की पांच लेन भी फ्री करा दी। जिसके बाद परतापुर थाना प्रभारी और टोल प्रबंधक दिनेश खोकर ने किसानों को समझाया और कहा कि उनके कर्मचारी आगे से ऐसा नहीं करेंगे।
अनुराग चौधरी ने टोल प्रबंधक को बताया कि अछरोड़ा गांव के 15 किसानों के खेत में जाने वाले रास्ते पर टोल पर बने शौचालयों का पानी बहता है, जिस कारण किसान अपने खेत में नहीं जा पाते हैं। इसलिए इस रास्ते को भी टोल को साफ करना होगा। टोल प्रबंधक ने आश्वासन दिया कि इस रास्ते को शुक्रवार की शाम तक साफ करने के बाद ठीक भी करा दिया जाएगा। करीब आधे घंटे के बाद लेन को चालू कराया गया। धरने के दौरान हर्ष, सनी प्रधान, बबलू सिसौला, विक्रांत सांगवान, हर्ष, दिवाकर, रघुवंश आदि मौजूद रहे।
एक कर्मचारी को लेकर हुई तनातनी
टोल पर तैनात एक कर्मचारी को लेकर कुछ देर तनातनी चली। भाकियू का आरोप था कि एक मुस्लिम युवक जो अपना नाम संदीप राणा बताता है, वह सबसे अधिक बदसलूकी करता है। जांच की गई तो पता चला कि संदीप राणा नाम का कोई कर्मचारी नहीं है।
बदसलूकी करने वाले शिफ्ट इंचार्ज को हटाया
टोल प्रबंधक दिनेश खोकर ने बताया कि भाकियू कार्यकर्ताओं ने मांग की थी कि जिस कर्मचारी ने बदसलूकी की है, उसे शिफ्ट इंचार्ज के पद से हटाया जाए। प्रबंधक ने बताया कि शिफ्ट इंचार्ज को हटा दिया गया है और उसे दूसरे काम की जिम्मेदारी दी है।
-----सर्वेंद्र |