जो रूट ने ऑस्ट्रेलिया की धरती पर पहली बार जड़ा टेस्ट शतक। फोटो- AFP
स्पोर्ट्स, डेस्क नई दिल्ली। एशेज सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन इंग्लैंड की बल्लेबाजी गाबा में उम्मीद और घबराहट के बीच झूल रही थी। ऐसे में जो रूट ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर अपने लंबे समय से शतक न जड़ पाने के श्राप को तोड़ दिया। साथ ही रूट ने अपनी टीम को लगातार ऑस्ट्रेलिया की घातक गेंदबाजी के बीच स्थिरता दिलाई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
शुरुआती विकेटों के पतन, बदलती लय और मिशेल स्टार्क, स्कॉट बोलैंड और माइकल नेसर के लगातार दबाव के बीच जो रूट का 181 गेंद में संयमित शतक आया। इस शतक ने इंग्लैंड की बिखरी हुई पारी को समेटने का प्रयास किया। तीसरे ओवर में जब इंग्लैंड का स्कोर 5/2 था, तब रूट ने आकर एक छोर की जिम्मेदारी संभाली।
जैक क्रॉली के साथ की महत्वपूर्ण साझेदारी
उन्होंने जैक क्रॉली के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाना शुरू किया और एंकर की भूमिका निभाई। जबकि क्रॉली के सहज स्ट्रोक्स ने रन गति को बनाए रखा। दोनों ने 176 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की, लेकिन क्रॉली 76 रन बनाकर नेसर का शिकार हो गए। इस विकेट ने रूट को फिर से अपनी रणनीति बदलने और एक छोर को संभालने के लिए मजबूर कर दिया।
विकेटों के पतन के बीच बनाए रखा संयम
साझेदारियों की कमी के बावजूद रूट ने संयम बनाए रखा और सुनिश्चित किया कि इंग्लैंड की पारी पूरी तरह से ध्वस्त न हो। उन्होंने अपना शतक पूरा किया। उनके शतक ने ऑस्ट्रेलिया में लंबे समय से चले आ रहे व्यक्तिगत सूखे को तोड़ दिया, जहां उन्होंने इससे पहले 30 पारियां खेली थीं और तिहरे अंक तक नहीं पहुंच पाए थे।
ऑस्ट्रेलिया में पहली बार जड़ा शतक
इस ब्रिस्बेन टेस्ट से पहले, रूट ने ऑस्ट्रेलिया में 36.59 की औसत से 988 रन बनाए थे, जिसमें दस अर्द्धशतक और 89 का उच्चतम स्कोर शामिल था। यह 89 रन की पारी 2021 में गाबा में आई थी। 2022 में स्टोक्स को इंग्लैंड की कप्तानी सौंपने के बाद से रूट ने टेस्ट क्रिकेट का भरपूर आनंद लिया है।
टेस्ट कप्तानी छोड़ने के बाद निखरे रूट
उन्होंने 4,000 से ज्यादा रन और 16 शतक बनाए हैं। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया में शतक न जड़ पाने का माल रहा। इस एशेज सीरीज से पहले रूट ने खुद इस रिकॉर्ड को सुधारने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि ऑस्ट्रेलिया में बड़ा स्कोर बनाना उनका निजी लक्ष्य है जिसे पूरा करने के लिए वह दृढ़ हैं। रूट 135 रन बनाकर नाबाद लौटे।
जीत की तलाश में इंग्लैंड टीम
वहीं, इंग्लैंड 2015 के बाद अपनी पहली एशेज सीरीज जीत और 2011 के बाद ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहली जीत की तलाश में है। ऐसे में रूट का यह शतक एक निर्णायक मोड़ पर आया है। इसने इंग्लैंड के पहले दिन के प्रदर्शन की खामियों को तो नहीं मिटाया, लेकिन शुरुआती एक ठोस आधारशिला रख दी है।
यह भी पढे़ं- Ashes 2025: जो रूट की बुरी गत देख कमेंट्री बॉक्स में रोने लगे स्टुअर्ट ब्रॉड, मैथ्यू हेडन ने लिए मजे, Video हुआ वायरल |
|